Bihar Politics: शिवसेना यूबीटी के मुखपत्र सामना ने विपक्षी एकता को बताया 'वैगनर' ग्रुप, JDU चुप तो RJD ने किया समर्थन
Opposition Parties Meeting: विपक्षी एकता को उद्धव ठाकरे की शिवसेना पार्टी के मुखपत्र सामना ने नया नाम दिया है. इस पर सोमवार को जेडीयू और आरजेडी ने प्रतिक्रिया दी है.
पटना: राजधानी पटना में आयोजित विपक्षी बैठक की चर्चा इन दिनों देश में खूब हो रही है. उद्धव ठाकरे की शिवसेना पार्टी के मुखपत्र सामना ने विपक्षी बैठक को लेकर 'वैगनर' शब्द का प्रयोग किया है, जिसकी खूब चर्चा होने लगी है. इस पर जेडीयू कुछ भी बोलने से डायरेक्ट बच रही है. हालांकि जेडीयू 'सामना' में लिखे अन्य बातों का समर्थन कर रही है. जेडीयू राष्ट्रीय सचिव राजीव रंजन ने कहा कि पटना में हुई विपक्षी दलों की बैठक ने मोदी सरकार के पतन की मुकम्मल जमीन तैयार कर दी है. वहीं, आरजेडी के राष्ट्रीय प्रवक्ता नवल किशोर ने कहा कि शिवसेना (UBT) ने अपने मुख पत्र 'सामना' के माध्यम से जो बातें कही हैं वह बिलकुल सही है.
सीएम की वजह से विपक्षी दल एकजुट हो रहे हैं- राजीव रंजन
राजीव रंजन ने कहा कि महंगाई, बेरोजगारी, राष्ट्रीय सुरक्षा जैसे मुद्दों पर मोदी सरकार विफल रही है. बीजेपी के खिलाफ साझा उम्मीदवार उतारने, कॉमन मिनिमम प्रोग्राम पर पटना में चर्चा हुई. शिमला में होने वाली विपक्षी दलों की बैठक में यह मुद्दा महत्वपूर्ण लक्ष्य होगा. सीएम नीतीश के कारण विपक्षी दल एकजुट हो रहे हैं. एक यात्रा शुरू हो चुकी है. 2024 में बीजेपी की सत्ता वापसी संभव नहीं दिख रही है.
'सामना' को मिला आरजेडी का साथ
वहीं, आरजेडी राष्ट्रीय प्रवक्ता नवल किशोर ने कहा कि शिवसेना (यूबीटी) ने अपने मुख पत्र सामना के माध्यम से जो बातें कही हैं वह बिल्कुल सही है. मोदी सरकार को हटाना है. पिछले नौ साल में मोदी सरकार ने जिस तरह से शासन किया, उसके कारण बेरोजगारी चरम पर है, अर्थव्यवस्था चरमराई हुई है. जो भी विपक्षी दल मोदी सरकार से सवाल पूछते हैं उनके पीछे केंद्रीय जांच एजेंसियों को लगा दिया जाता है. 2024 चुनाव के लिए सारे विपक्षी दल एकजुट हो रहे हैं. इससे बीजेपी परेशान है. विपक्षी दल मिलकर सत्ता से मोदी सरकार को हटाएंगे.
'सामना' ने लिखी थी ये बातें
बता दें कि उद्धव ठाकरे की शिवसेना पार्टी के मुखपत्र सामना के संपादकीय में लिखा गया है कि रूस के पुतिन की तरह मोदी को भी सत्ता से जाना होगा. पटना में ‘वैगनर ग्रुप’ ने यही तय किया है. पटना में मोदी की सत्ता को चुनौती देने वाला लोकतंत्र रक्षक ‘वैगनर ग्रुप’ एक साथ आया. यह ग्रुप किराए का नहीं है, यह महत्वपूर्ण है. पुतिन की तरह ही मोदी को भी लोकतांत्रिक मार्ग से जाना होगा. पटना में ‘वैगनर ग्रुप’ ने यही संकेत दिया है.
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