बिहारः पटना में सात साल से बंद पड़ा था यह ऑक्सीजन प्लांट, अब हाई कोर्ट के निर्देश पर हो रहा शुरू
पटना हाई कोर्ट की तरफ से उसे फिर से चालू करने की दिशा में हरी झंडी मिल गई है. उम्मीद की जा रही है कि आठ से 10 दिनों के अंदर उसे चालू कर दिया जाएगा. इसके शुरू हो जाने से यहां हर दिन 500 से 600 बड़ा सिलेंडर यानी 35 टन ऑक्सीजन का उत्पादन होगा.
पटनाः कोरोना महामारी में ऑक्सीजन की समस्या को देखते हुए पटना हाई कोर्ट ने बिहटा में एक बंद पड़े ऑक्सीजन प्लांट को शुरू करने का निर्देश दिया है. कोरोना के मरीजों के लिए यह राहत भरी खबर है. राजधानी पटना से सटे बिहटा स्थित गंगोत्री ऑक्सीजन प्लांट कई सालों से बंद पड़ा था.
प्लांट से हर दिन 35 टन ऑक्सीजन का होगा उत्पादन
पटना हाई कोर्ट की तरफ से उसे फिर से चालू करने की दिशा में हरी झंडी मिल गई है. उम्मीद की जा रही है कि आठ से 10 दिनों के अंदर उसे चालू कर दिया जाएगा. इससे पटना के आसपास के क्षेत्रों में मरीजों को राहत मिलेगी. यह प्लांट सात साल से बंद पड़ा था. अब इसके शुरू हो जाने से यहां हर दिन 500 से 600 बड़ा सिलेंडर यानी 35 टन ऑक्सीजन का उत्पादन होगा.
सरकार ने रेट तय किया उसी दाम पर मिलेगी ऑक्सीजन
इस प्लांट को शुरू करने के लिए युद्धस्तर पर काम शुरू हो गया है. पटना के आसपास के अस्पतालों में अब ऑक्सीजन की डिलीवरी 300 से 400 रुपये में हो सकेगी. गंगोगत्रि ऑक्सीजन प्लांट के इंचार्ज राजकिशोर सिंह ने कहा कि पटना हाई कोर्ट और सरकार के आदेश के बाद इसे शुरू किया जा रहा है. ऑक्सीजन प्लांट के तमाम कर्मचारी अपने काम में लग गए हैं. एक सप्ताह के अंदर इस प्लांट से उत्पादन भी शुरू हो जाएगा. सरकार ने जो रेट तय किया है उसी के अनुसार बाजारों में उपलब्ध होगा.
गंगोत्री ऑक्सीजन प्लांट के डायरेक्टर संजीव कुमार चौधरी ने बताया कि बिहार सरकार और हाई कोर्ट के आदेश के बाद फिर से प्लांट को चालू करने का मौका मिला है. हर दिन करीब 35 टन ऑक्सीजन का उत्पादन किया जाएगा. हमारा काम है फैक्ट्री से सीधा अस्पताल और जिसे जरूरत होगी उसे दिया जाए.
यह भी पढ़ें-
शिवहर में चला प्रशासन का डंडा, मास्क नहीं लगाने वालों से जुर्माना वसूला; दो दुकानों को किया सील
मधेपुरा जाने से पहले पप्पू यादव की मुख्यमंत्री से अपील, कहा- नीतीश कुमार जी बचा लीजिए बिहार