पटनाः पाटलिपुत्र स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स में हर बेड पर होगा ऑक्सीजन, वीडियो कॉल से मरीज को देखें
डॉक्टर रविकांत ने बताया कि पूरे देश भर में ऐसे 15 हॉस्पिटल बने हैं और चल रहे हैं. दिल्ली का उदाहरण देते हुए कहा कि दिल्ली के कॉमनवेल्थ स्टेडियम में भी 500 से 800 बेड्स हैं. वहां भी हमलोग यही प्रॉब्लम फेस कर रहे हैं कि पेशेंट काफी सीरियस हैं.
पटनाः कंकड़बाग स्थित पाटलीपुत्र स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स को कोविड डेडिकेटेड अस्पताल बनाया जा रहा है. यहां कोरोना के मरीजों को हर तरह की सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी. ऑक्सीजन के साथ बाईपैप की भी व्यवस्था हो रही है. जानकारी देते हुए डॉ. रविकांत ने बताया कि यहां वैसे मरीज रखे जाएंगे जिनका ऑक्सीजन लेवल 85 तक होगा. उससे नीचे अगर किसी मरीज का है तो उसे कहीं और भेजा जाएगा.
यहां बनाए जा रहे अस्पताल में सौ नॉर्मल बेड की व्यवस्था है. इन बेड्स पर ऑक्सीजन की लगातार सुविधा मिलेगी. इसके अलावा 10 बेड्स बाईपैप और सी पैप जैसे पेशेंट के लिए रखा गया है. अगर उन्हें वेंटिलेटर पर रखना पड़ा तो वैसे स्थिति के लिए यह रखा गया है. डॉक्टर रविकांत ने बताया कि पूरे देश भर में ऐसे 15 हॉस्पिटल बने हैं और चल रहे हैं. दिल्ली का उदाहरण देते हुए कहा कि दिल्ली के कॉमनवेल्थ स्टेडियम में भी 500 से 800 बेड्स हैं. वहां भी हमलोग यही प्रॉब्लम फेस कर रहे हैं कि पेशेंट काफी सीरियस हैं.
मरीजों और डॉक्टरों के लिए होगा एक जैसा खाना
उन्होंने कहा कि इसबार यंग लोगों में भी अचानक से सेचुरेशन डाउन हो रहा है और वो सीरियस हो जा रहे हैं. ऐसे मरीजों को पीएमसीएच या एनएमसीएच भेजा जाएगा. यहां दो एंबुलेंस को 24 घंटा रखा जाएगा. मरीजों के लिए जो खाना होगा वही डॉक्टर को भी मिलेगा. मरीजों के अटेंडेंट के लिए मरीज की जानकारी मिल सके इसके लिए हेल्पडेस्क लगेगा. यहां से मरीज की सारी जानकारी ले सकेंगे.
वीडियो कॉलिंग के जरिए मरीजों को देख सकेंगे परिजन
इस कोविड डेडिकेटेड अस्पताल की खास बात होगी कि मरीज के परिजन वीडियो कॉलिंग कर देख सकते हैं. उसके लिए एक समय सीमा निर्धारित होगी. कोई भी चार बजे के बाद कॉल कर सकता है या पेशेंट की जानकारी ले सकता है. पेशेंट को कुछ खाने की सामग्री देनी है तो वो भी वो हेल्पडेस्क पर दे सकते हैं. अभी यहां के लिए 20 डॉक्टर निर्धारित कर लिए गए हैं. 50 नर्स और पारा मेडिकल स्टॉप रहेंगे जो यहां 110 बेड्स पर काम करेंगे.
डॉक्टर रविकांत ने अपनी बात रखते हुए कहा कि गांधी मैदान में पांच हजार से 10 हजार बेड्स के जंबो फैसिलिटी वाले हॉस्पिटल खोल जा सकते हैं. मुंबई में भी 600 से 800 और दो हजार बेड के हॉस्पिटल बने हैं. अगर ऑक्सीजन सप्लाई इंश्योर हो जाए तो उसके बाद बड़ा सेंटर बनाना ही अच्छा होगा. इसके साथ साथ वैक्सीनेशन भी तेजी से करना होगा तभी हम इस कोविड को कंट्रोल कर सकते हैं.
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