पटना: बिहार की राजधानी पटना में पुलिस ने देश विरोधी गतिविधियों का खुलासा किया है. फुलवारी शरीफ में पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (PFI) और सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी ऑफ इंडिया (SDPI) की आड़ में आतंक की फैक्ट्री चल रही थी. यहां लोगों को हथियार चलाने और धार्मिक उन्माद फैलाने की ट्रेनिंग दी जा रही थी. खुफिया एजेंसियों के इनपुट के आधार पर पटना पुलिस ने फुलवारी शरीफ स्थित नया टोला में पीएफआई के कार्यालय में छापेमारी की और मौके से दो संदिग्धों को गिरफ्तार किया. इसके बाद से ही मामले में रोज नए खुलासे हो रहे हैं. इस मामले में अब तक कुल पांच लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है. साथ ही इस मामले में अब पाकिस्तान कनेक्शन भी सामने आया है.


दरअसल, विभिन्न स्रोतों से प्राप्त सूचना के बाद पुलिस ने शुक्रवार को फुलवारी शरीफ थाना अंतर्गत ईसोपुर नहर के पास एक संदिग्ध मरगूब अहमद दानिश को गिरफ्तार किया. उसके पास मौजूद मोबाइल के साथ पूछताछ के लिए मरगूब अहमद दानिश को फुलवारी शरीफ थाने लाया गया था. इस संबंध में पटना के एसएसपी मानवजीत सिंह ढिल्लो ने बताया कि पूछताछ के क्रम में उनके द्वारा बताई गई बातों तथा उनके मोबाइल में मौजूद सामग्री से ऐसा प्रतीत होता है कि इनके द्वारा सांप्रदाय विरोधी और राष्ट्र विरोधी कार्य तकनीकी माध्यमों का सहारा लेते हुए स्थानीय तथा विदेशी ताकतों की मदद से किया जा रहा था.


2016 से ही पाकिस्तानी लोगों के संपर्क में था मरगुव अहमद


एसएसपी ने बताया कि पूछताछ के क्रम में यह भी स्पष्ट हुआ है मरगूब अहमद दानिश 1996 में फुलवारी शरीफ में पैदा हुआ था, पर इसके परिवार के कुछ लोग पाकिस्तान के कराची में बसे हुए हैं. साल 2016 से ही यह वाट्सएप, ईमेल तथा फेसबुक के माध्यम से उन लोगों के संपर्क में है. प्राप्त साक्ष्यों के अनुसार, ये पाकिस्तान का कट्टरपंथी संगठन तहरीक ए-लब्बैक से जुड़ा है. पाकिस्तान का फैजान नाम का कोई व्यक्ति इनके साथ नियमित संपर्क में हैं. यह वाट्सऐप ग्रुप के माध्यम से गजवा ए हिंद से भी जुड़ा है और इसका ग्रुप एडमिन भी हैं, जिसमें कई सारे पाकिस्तानी नंबर जुड़े हुए हैं. फैजान भी इस ग्रुप का एडमिन है.


यूट्यूब पर अपलोड करता था उन्मादी और भड़काऊ भाषण


पटना एसएसपी ने बताया कि इसके वाट्सऐप ग्रुप आईकॉन एवं मैसेज देश विरोधी, सांप्रदायिक विरोधी, भड़काऊ, आपत्तिजनक, गैरकानूनी और असंवैधानिक है. इसमें भारत, पाकिस्तान और यमन के लोगों का नंबर जुड़ा है. इसके द्वारा एक अन्य वाट्सऐप ग्रुप गजवा ए हिंद के नाम से बनाया गया है, जिसमें बांग्लादेशी और पाकिस्तानी लोगों के नंबर जुड़े हैं. इसका भी ग्रुप आईकॉन एवं मैसेज आपत्तिजनक, राष्ट्रविरोधी, चरमपंथी और असंवैधानिक है. इसके यूट्यूब पर भी उन्मादी और भड़काऊ भाषण अपलोड किया जाता है. बता दें इनके विरूद्ध फुलवारी शरीफ थाना में प्राथमिकी दर्ज की गई है.