बेतिया: पाकिस्तान से आतंकी गिरोह का तार पश्चिम चंपारण जिले के शिकारपुर से जुड़ने लगा है. कहा जा रहा ह कि उत्तर प्रदेश में आतंकी घटनाओं को अंजाम देने के लिए पाकिस्तान से जिस केनरा बैंक अकाउंट में 70 लाख रुपये की फंडिंग की गई है उस खाते को बिहार के बेतिया के शिकारपुर थाना क्षेत्र का रहने वाला इजहारुल हुसैन ऑपरेट कर रहा था. बैंक अकाउंट में इजहारुल का मोबाइल नंबर भी मिला है. उसी मोबाइल से बैंक अकाउंट को ऑपरेट किया जा रहा था. एटीएस की टीम आठ नवंबर को ही आई थी लेकिन मंगलवार (14 नवंबर) को जाकर मामला प्रकाश में आया है.
कैसे हुआ नेटवर्क का खुलासा?
सात संदिग्ध आतंकियों की गिरफ्तारी के बाद इस बड़े नेटवर्क का पर्दाफाश हुआ है. इन्हीं सात लोगों के इनपुट के आधार पर एटीएस गाजियाबाद की टीम ने शिकारपुर थाना की पुलिस के साथ छापेमारी की. इसके बाद रुपौलिया गांव में इजहारुल अपने घर पर नशे की हालत में मिला. पुलिस ने हिरासत में ले लिया. उत्पाद अधिनियम के तहत उसे न्यायिक हिरासत में बेतिया जेल भेज दिया गया.
पूछताछ के बाद लौट गई एटीएस की टीम
बताया जाता है कि पूछताछ के बाद गाजियाबाद एटीएस की टीम तो लौट गई लेकिन इजहारुल को रिमांड पर लेने की तैयारी में जुट गई है. गाजियाबाद के जिस रियाजुद्दीन के खाते में 70 लाख रुपये आए हैं एटीएस ने उसको सोमवार को हिरासत में लिया था. पूछताछ में पता चला है कि रियाजुद्दीन पारिवारिक विवाद के बाद पिछले एक साल से हापुड़ जिले के कस्बा पिलखुवा में रहकर मशीन खराद का काम कर रहा था.
इससे पहले वह दिल्ली की खराद फैक्ट्री में काम करता था. यहीं उसकी मुलाकात पश्चिम चंपारण के इजहारुल से हुई थी. उसी ने रियाजुद्दीन का बैंक खाता खुलवाया था. वह रियाजुद्दीन को हर महीने 10 हजार रुपये देता था. हालांकि खाता ऑपरेट खुद इजहारुल कर रहा था.
बेतिया के एसपी ने क्या कहा?
इस मामले में बेतिया के एसपी डी अमरकेश ने बताया कि इजहारुल को कुछ दिन पहले छापेमारी कर उसके घर से गिरफ्तार किया गया था. अभी से जेल भेज दिया गया है. इस मामले में बिना नाम लिए हुए एक अधिकारी ने बताया कि गाजियाबाद एसटीएफ की टीम शिकारपुर थाना पहुंची थी. इजहारुल से कड़ी पूछताछ की गई थी. फिलहाल इजहारुल बेतिया जेल में बंद है. एसटीएफ की टीम रिमांड पर लेने की तैयारी कर चुकी है.