पटना: बिहार लोक सेवा आयोग (BPSC) की 67वीं संयुक्त (प्रारंभिक) प्रतियोगिता परीक्षा के प्रश्न पत्र लीक मामले की जांच आर्थिक अपराध इकाई पटना (EOU) द्वारा की जा रही है. इस मामले में ईओयू को एक और सफलता मिली है. ईओयू ने शुक्रवार को अप्राथमिकी अभियुक्त अमित कुमार सिंह (40) को पटना के लंगरटोली गली से गिरफ्तार किया है. वह मूल रूप से मधेपुरा का रहने वाला है और इस मामले में सॉल्वर की भूमिका में था. गिरफ्तार अभियुक्त प्रश्न पत्र लीक मामले के सरगना आनंद गौरव उर्फ पिंटू यादव से लगातार संपर्क में था, जिसके साक्ष्य ईओयू को मिले हैं.
ईओयू ने प्रेस नोट जारी कर यह जानकारी दी है. बताया है कि अमित गिरोह के अन्य सदस्यों के साथ मिलकर बीपीएसी प्रश्न पत्र को परीक्षा में नकल करने के लिए एक स्थान पर बैठकर सॉल्व करने का काम करता था. प्रश्न पत्र लीक होने और सॉल्व करने के एवज में आनंद गौरव के साथ अवैध पैसे की कमाई में इसका भी शेयर होता था. इस बात की भी जानकारी मिली है कि ये इस तरह के विभिन्न परीक्षाओं के प्रश्न पत्र लीक होने का मैसेज कोचिंग संस्थाओं के परीक्षार्थियों तक पहुंचाते हैं और फिर उनसे मोटी कमाई करते हैं. ईओयू ने बताया कि इस मामले में अन्य अभियुक्तों की गिरफ्तारी के लिए लगातार छापेमारी की जा रही है. साथ ही अन्य बिंदूओं की भी जांच की जा रही है. इस गिरोह के हर सदस्य की गिरफ्तारी होगी तथा उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी.
गिरोह का सरगना अब भी फरार
बता दें कि इस मामले में अब तक कुल आठ लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है. हालांकि, गिरोह का सरगना आनंन गौरव उर्फ पिन्टू यादव अब भी फरार है. आनंद एनआईटी पटना से पासआउट होने के बाद इस तरह के धंधे में संलिप्त हो गया. आनंन पूर्व में भी इलाहाबाद भर्त्ती घोटाले में गिरफ्तार हुआ था और साल 2020 में बिहार के मुंगेर जिले में हुए हत्याकांड में अभियुक्त है.
15 मई को हुई थी 4 की गिरफ्तारी
गौरतलब है कि 15 मई को इस गिरोह के चार सदस्यों को गिरफ्तार किया गया था, जिसमें कृषि विभाग भागलपुर का क्लर्क राजेश कुमार भी शामिल है. यह क्लर्क पेपर लीक करने वाले गिरोह का सदस्य है. इस मामले में गिरफ्तार तीन अन्य सदस्यों में निशिकांत कुमार, सुधीर कुमार सिंह और कृष्ण मोहन सिंह शामिल हैं. वहीं, पेपर लीक के दिन आईएएस रंजीत कुमार सिंह को कृष्ण मोहन सिंह ने पांच बार कॉल किया था. रंजीत ने भी वापस कृष्ण मोहन को पांच बार फोन किया था. इन दोनों की पुरानी दोस्ती है. आईएएस रंजीत को वॉट्सएप पर प्रश्न पत्र भेजा था. इस मामले में ईओयू की टीम ने रंजीत कुमार सिंह से भी पूछताछ भी कर चुकी है.
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