पटना: जन अधिकार पार्टी के द्वारा शिक्षक नियुक्ति में सरकार की डोमिसाइल नीति के खिलाफ पूरे बिहार के जिला मुख्यालय में बुधवार को धरना (Bihar Teacher Protest) दिया गया. पटना के गर्दनीबाग में महाधरना का आयोजन किया गया. इसमें 'जाम' प्रमुख पप्पू यादव (Pappu Yadav) शामिल हुए. इस दौरान उन्होंने नीतीश सरकार के खिलाफ जमकर बोला. उन्होंने कहा कि अगर सरकार डोमिसाइल नीति लागू नहीं करेगी तो हम लोग का आंदोलन लगातार जारी रहेगा. आगामी नौ जुलाई को हम लोग पूरे बिहार में एनएच को जाम करेंगे और अगर बात नहीं मानी गई तो आगामी 16 जुलाई को पूरे बिहार में रेल चक्का जाम करेंगे. हम छात्रों के हित में आंदोलन कर रहे हैं और इसके लिए हमें कुछ भी करना पड़ेगा तो हम करेंगे. सरकार को छात्रों की बात माननी पड़ेगी.
पप्पू यादव ने आमिर सुबहानी और केके पाठक पर बोला हमला
पप्पू यादव ने कहा कि यह कैसा नियम है? बिहार के बाहर के लोग आकर शिक्षक बनेंगे, जिन्हें बिहार की भाषा भी समझ में नहीं आएगी. वह अपने भाषा में हमारे बच्चों को क्या पढ़ाएंगे? उन्होंने बिहार सरकार के इस निर्णय पर मुख्य सचिव आमिर सुबहानी और शिक्षा विभाग के अपर सचिव केके पाठक को जिम्मेदार ठहराया. उन्होंने कहा कि यह लोग भ्रष्टाचारी और दागी अधिकारी लोग सरकार को बदनाम करने पर तुले हुए हैं. कुछ होने वाला नहीं है. हम मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और लालू यादव से आग्रह करते हैं कि इस पर संज्ञान लें. शिक्षा विभाग आरजेडी के पास है. इसमें लालू प्रसाद यादव और तेजस्वी यादव को निर्णय लेने की जरूरत है. सरकार अगर चाहेगी तो ये अधिकारी कुछ नहीं कर पाएंगे.
जन अधिकार पार्टी गांव-गांव आंदोलन करेगी
'जाम' प्रमुख ने कहा कि डोमिसाइल नीति को हटाना बिहार के युवाओं के साथ विश्वासघात है. इससे बिहार के युवाओं के लिए अवसर की कमी हो जाएगी. यह बिहारी युवाओं का अपमान है. यह सरकार का एक आत्मघाती कदम है. पप्पू यादव ने कहा कि बिहार सरकार की गलत नीतियों के कारण युवाओं का पलायन हो रहा है. 'जाप' का एक कार्यकर्ता डोमिसाइल नीति लागू करने हेतु गांव गांव जाकर आंदोलन करेगा. उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार की गलत नीतियों के कारण देश भर में बेरोजगारों की संख्या में बेहताशा बढ़ोतरी हुई हैं. हम चाहते है कि शिक्षक नियुक्ति में 100% डोमिसाइल नीति लागू हो.
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