(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
पप्पू यादव को डॉक्टरों की टीम ने रेफर किया पटना, तबीयत बिगड़ने के बाद लिया फैसला
डॉक्टर ने कहा कि उन्होंने (पप्पू यादव) अब तक भोजन नहीं किया है. ऐसे में उन्हें भोजन करने की सलाह दी गई है. तत्काल वो फल का सेवन कर रहे हैं. लेकिन भोजन नहीं करने से उनकी परेशानी आगे बढ़ सकती है. फिलहाल उन्हें डीएमसीएच के गहन चिकित्सा कक्ष में रखा गया है.
दरभंगा: जाप सुप्रीमो पप्पू यादव को डीएमसीएच के डॉक्टरों की टीम ने पटना रेफर कर दिया है. शुक्रवार को पैथोलॉजिकल और रेडियोलौजिकल जांच के बाद दरभंगा मेडिकल कॉलेज अस्पताल के अधीक्षक डॉ. मणिभूषण शर्मा के नेतृत्व वाले मेडिकल बोर्ड ने उन्हें पटना रेफर करने की अनुशंसा कर दी है. रिपोर्ट में बताया गया कि पप्पू यादव के किडनी में स्टोन और हार्ट में गड़बड़ी है. इस कारण पैदल चलने से उनका दम फूलता है. लिपिड प्रोफाइल भी बढ़ा हुआ है, इस स्थिति में उन्हें बेहतर इलाज के लिए पटना ले जाने की जरूरत है.
प्राइवेट अस्पताल में कराई गई थी जांच
बता दें कि इससे पहले पूर्व सांसद का एक्स-रे, अल्ट्रासाउंड और इको सरकारी खर्चे पर दरभंगा के एक निजी अस्पताल में कराया गया था. जांच रिपोर्ट की समीक्षा के बाद मेडिकल बोर्ड ने उपरोक्त निर्णय लिया. इस संबंध में मेडिसिन विभाग के विभागाध्यक्ष डॉक्टर उमेश चंद्र झा ने बताया कि अब तक तो उनकी हालत ठीक है. लेकिन जो रिपोर्ट सामने आई है, उसको देखते हुए बाद में परेशानी बढ़ सकती है.
डॉक्टर ने कहा कि उन्होंने (पप्पू यादव) अब तक भोजन नहीं लिया है. ऐसे में उन्हें भोजन करने की सलाह दी गई है. तत्काल वो फल का सेवन कर रहे हैं. लेकिन भोजन नहीं करने से उनकी परेशानी आगे बढ़ सकती है. फिलहाल उन्हें डीएमसीएच के गहन चिकित्सा कक्ष में रखा गया है. डॉक्टर उनके इलाज को लेकर 24 घंटे तैनात हैं. प्रशासनिक प्रक्रिया के बाद उन्हें पटना ले जाया जाएगा.
इस मामले में हुई है गिरफ्तारी
बता दें कि बिहार के मधेपुरा जिले के कुमारखंड थाने में साल 1989 में दर्ज अपहरण मामले में पुलिस ने जाप सुप्रीमो पप्पू यादव को गिरफ्तार कर लिया है. मधेपुरा जिले की पुलिस मंगलवार को चार बजे के करीब पटना पहुंची और हाई वोल्टेज ड्रामा और विरोध प्रदर्शन के बीच पप्पू यादव को मधेपुरा के लिए लेकर निकल गई. मंगलवार की रात को करीब एक बजे उनकी पेशी करवाई गई, जिसके बाद उन्हें सुपौल के वीरपुर जेल में रखा गया था. तबीयत बिगड़ने के बाद उन्हें डीएमसीएम भेगा गया था, जहां से डॉक्टरों ने उन्हें पटना रेफर कर दिया है.
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