पप्पू यादव की 'सेना' ने संभाला मोर्चा, कोरोना काल में अपनों को खोने वाले परिवारों की कर रहे मदद
मामला संज्ञान में आते ही पप्पू यादव ने पार्टी कार्यकर्ताओं को पीड़ित परिवार की मदद करने का निर्देश दिया. पार्टी सुप्रीमो के निर्देश पर कार्यकर्ताओं द्वारा मृतक के परिजनों की मदद की गई.
दरभंगा: 32 साल पुराने अपहरण मामले में जाप सुप्रीमो पप्पू यादव बीते एक महीने से जेल में हैं. मधेपुरा सेशन कोर्ट द्वारा जमानत याचिका खारिज कर दिए जाने के बाद वे फिलहाल पुलिस हिरासत में हैं. हिरासत में होने की वजह से वो प्रत्यक्ष रूप से लोगों की मदद नहीं कर पा रहे हैं. हालांकि, पार्टी कार्यकर्ता लगातार कोरोना काल में अपने परिजनों को खोने वाले परिवारों की मदद कर रहे हैं.
पीड़ित परिवार को दिए पैसे
जाप कार्यकर्ताओं ने मंगलवार को बिहार के दरभंगा में एक पीड़ित परिवार की मदद की. जिला के कुशेश्वरस्थान के कुशेस्वरस्थान बाजार से सटे सकिरना में रहने वाले रामप्रकाश राम की कोरोना से 14 मई को मौत हो गई थी. कोरोना से हुई मौत के बाद परिवार की आर्थिक स्थिति खराब हो गई थी. मृतक की पत्नी विणा देवी के ऊपर 3-3 बच्चों के भरण-पोषण का भार था.
यह खबर समाचार पत्रों के माध्यम से दरभंगा के डीएमसीएच में इलाजरत जाप सुप्रीमो तक पहुंची. मामला संज्ञान में आते ही पप्पू यादव ने पार्टी कार्यकर्ताओं को पीड़ित परिवार की मदद का निर्देश दिया. पार्टी सुप्रीमो के निर्देश पर कार्यकर्ताओं द्वारा मृतक के परिजनों को जीवन यापन के लिए एक साल की राशन सामग्री और तत्काल आर्थिक मदद के रूप में दस हज़ार रुपये नकद मुहैया कराया गया.
युवा अध्यक्ष ने कही ये बात
इस संबंध में पार्टी के युवा अध्यक्ष चुनमुन यादव ने कहा कि जन अधिकार पार्टी असहाय और वंचित लोगों की मदद के लिए खड़ी थी, है और रहेगी. जैसे ही उन्हें पीड़ित परिवार के संबंध में जानकारी मिली, वे उनकी मदद के लिए पहुंचे. आगे भी परिवार को जरूरत पड़ने पर हर संभव मदद के लिए जन अधिकार पार्टी तैयार रहेगी.
यह भी पढ़ें -
पटना में LJP के दफ्तर के बाहर ढोल-नगाड़े के साथ पहुंचे पशुपति पारस के समर्थक, स्वागत की तैयारी
बगहाः मूसलाधार बारिश से कई इलाके डूबे, घर की छत पर चढ़े लोग; वाल्मीकि टाइगर रिजर्व में भरा पानी