Valentine's Day: जाप सुप्रीमो पप्पू यादव (Pappu Yadav) और उनकी पत्नी सह कांग्रेस (Congress) नेता रंजीत रंजन (Ranjeet Ranjan) को कौन नहीं जानता. सभी दोनों को राजनीतिक योगदान के लिए जानते हैं. कहीं भी कोई घटना हो पप्पू सबसे पहले पीड़ितों से मिलने पहुंच जाते हैं. वहीं, रंजीत भी आए दिन सरकार को घेरती नजर आती हैं. लेकिन बहुत कम लोग ही ऐसे हैं, जो रंजीत कौर का रंजीत रंजन बनने का सफर जानते हैं. बता दें कि पप्पू की पत्नी रंजीत रंजन टेनिस खिलाड़ी थीं.
रंजीता की देखते ही हार बैठे थे दिल
रंजीत का प्यार पाने में पप्पू यादव को तीन साल लग गए थे. एक साल तक तो पप्पू यादव रंजीत का साइकिल और बाइक से सिर्फ पीछा ही करते थे. 1991 में तत्कालीन आरजेडी नेता और इन दिनों जन अधिकार पार्टी के मुखिया पप्पू यादव ने रंजीत की सिर्फ तस्वीर देखी थी. ये देखते ही वो दिल हार बैठे थे. दरअसल, रंजीत के भाई से पप्पू की अच्छी दोस्ती थी.
उन्होंने ही फैमिली फोटो रंजीत को पप्पू को दिखाया था. पप्पू ने टेनिस खेलते हुए रंजीत की फोटो देखी और उसी वक्त रंजीत पर उनका दिल आ गया. लेकिन पप्पू को जल्द ही अहसास भी हो गया कि मोहब्बत की राहों पर चलना आसान नहीं है क्योंकि रंजीत सिख धर्म की थीं. पप्पू रंजीत के पीछे तो पड़े, लेकिन जल्द ही उनका दिल टूटने की कगार पर भी पहुंच गया. लेकिन दीवानगी की रफ्तार और तेज हो गई.
रंजीत ने ठुकरा दिया था पप्पू का प्यार
बता दें कि टेनिस की नेशनल लेवल की खिलाड़ी रंजीत ने पप्पू की प्रेम प्रार्थना को सिरे से अस्वीकार कर दिया था. रंजीत के भाई पप्पू के दोस्त थे, बात बन सकती थी पर ऐसा हुआ नहीं. हालात कुछ इस कदर बिगड़ गए कि एक ताकतवर नेता को खुदकुशी की कोशिश करनी पड़ गई. लेकिन कहते है ना कि दिल का क्या कसूर. ऐसे में लगातार कोशिशों के बाद रंजीत को भी आखिरकार हां कहना पड़ा. इसके बाद दोनों ने शादी कर ली. दोनों के दो बच्चे भी हैं.
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