पटना: जन अधिकार पार्टी के अध्यक्ष पप्पू यादव की पत्नी रंजीत रंजन ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कमार और बीजेपी नेता राजीव प्रताप रूडी पर जमकर निशाना साधा है. उन्होंने कहा है कि राजनीति का खेल बंद करो और दो दिनों में पप्पू यादव को रिहा करो. साथ ही उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा है कि पप्पू यादव को रिहा नहीं किया गया तो वह अनशन करेंगी. वहीं पप्पू यादव अगर जेल में कोरोना पॉजिटिव हुए तो चौराहे पर खड़ा कर दूंगी.


उन्होंने बीजेपी नेता राजीव प्रताप रूडी और ड्रग्स माफिया के खिलाफ जमकर हमला बोला. उन्होंने कहा, 'अगर 2 दिनों में पप्पू यादव की रिहाई नहीं हुई तो मैं मुख्यमंत्री जी आपको, आपके गुर्गे को, राजीव प्रताप रूडी और भाजपाई को सड़क पर खड़ा करूंगी. आपको भी जेल भेजकर ही दम लूंगी. उन्होंने कहा कि नीतीश बाबू अगर आप इतने मजबूर थे तो हम लोग को बता देते कि बहुत कम विधायक आए हैं. भाजपा का पूरे देश में गुंडाराज चल रहा है. न चोर को पकडूंगा, न चोरी को पकड़ने दूंगा. न खुद काम करूंगा और न किसी को चोरी करने दूंगा.'


32 साल पुराना केस


रंजीत रंजन ने कहा, 'आपको आखिर हो क्या गया है? इतने अपंग क्यों हो गए हैं? ऐसी कौन सी चीजें हैं जिसके दबाव में आप वो सब कुछ कर रहे हैं, जो बिहार को गवारा नहीं. बालिका गृह कांड है. क्या आपके केस हैं. 1991 में हत्या का केस हुआ, 2011 में रफादफा करा लिया. 89 में जिस कांड में पप्पू यादव पर केस हुआ है, इस कांड का सूचक, आज तीनों लोगों का वीडियो चला रहा है कि केस फर्जी है. 32 साल बाद पुराना केस महामारी के वक्त याद क्यों आया? इसी में सब छुपा है.'


साथ ही उन्होंने राजीव प्रताप रूडी से सांकेतिक रूप से पूछा कि वे पायलट थे, किसके आशीर्वाद से मंत्री बने? कैसे राजनीति में आए? उत्तराखंड फार्म हाउस, बिहार, दिल्ली से लेकर जितने भी स्टाफ हैं, उसकी सैलरी कहां से दे रहे हैं. कॉन्स्टीट्यूशन क्लब के इंचार्ज जब बनाया गया, तब कितना घोटाला हुआ? स्किल इंडिया के मिनिस्टर थे और मोदी साहब ने क्यों हटाया? स्किल इंडिया में एम्बुलेंस ड्राइवर को ट्रेनिंग देनी थी, क्यों नहीं दी? ये सब आप बताएं. जिनके घर शीशे के हों वो वैसे लोगों को पत्थर न मारे.


उन्होंने कहा कि ये कोई ड्रामा नहीं चल रहा है. कोई मजाक नहीं है. उन्हें कमरे में बैठकर लॉबी-लॉबी करने में बहुत मजा आता है. मॉडलिंग करने में, सेटिंग करने में बहुत मजा आता है. रूडी साहब की राजनीति हैसियत राजनीतिक व्यक्ति से ज्यादा मॉडलिंग और सेटिंग करने की है. आज उसी के बल पर पप्पू यादव को जेल भेजने का काम किया है.


बेटे की राजनीति में एंट्री?


साथ ही उन्होंने बेटे की राजनीति में एंट्री पर कहा कि ये महामारी का वक्त है. बेटे को लगा पिता के लिए आवाज उठानी चाहिए तो उसने किया. राजनीति में आना न आना उसकी मर्जी है. जब आना होगा तब आए. वहीं लालू-तेजस्वी से समर्थन नहीं मिलने पर उन्होंने कहा कि ये राजनीतिक मसला नहीं था बल्कि ऐसे व्यक्ति के लिए आवाज उठाना था, जिसने जनता के बीच रहकर मदद की. जिन्होंने गिरफ्तारी के खिलाफ आवाज उठाई, उनका शुक्रिया.


वहीं रंजीत रंजन ने मोदी सरकार को भी निशाने पर लिया और कहा कि मोदी साहब केंद्र में चुप्पी साधे हैं. आपके ही क्रियाकलापों की प्रेरणा है, जो आपके लोग कर रहे हैं. आप सत्ता के जुनून में इतने पागल हैं कि देश में 90 प्रतिशत आपदा है. यह WHO समेत दुनिया भर के लोगों ने कहा है. इस बीच में अगर कोई जनता की मदद को आगे आए तो उसे जेल भेज देंगे. आप जेल-जेल, लॉबी-लॉबी खेल रहे हैं. राजनीति-राजनीति खेलने का शौक है.


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