पटना: राजधानी पटना के दानापुर विधानसभा में शुक्रवार को क्षेत्र से बीजेपी विधायक आशा सिन्हा के खिलाफ उनकी ही पार्टी के कार्यकर्ता सड़क पर उतर गए. अपनी ही विधायक के खिलाफ उतरे कार्यकर्ता शीर्ष नेतृत्व से उन्हें विधानसभा चुनाव में टिकट न देने की मांग कर रहे थे.
पार्टी कार्यकर्ता सुरेन्द्र प्रसाद चौरसिया और बीजेपी के पूर्व मंडल अध्यक्ष ने पार्टी नेतृत्व से मांग की है कि आशा सिन्हा को इस विधानसभा चुनाव में टिकट नहीं दिया जाए. अगर पार्टी शीर्ष नेतृत्व उनकी बात नहीं मानती है तो दानापुर विधानसभा क्षेत्र के सभी कार्यकर्ता मिलकर अपने किसी कार्यकर्ता को निर्दलीय उम्मीदवार बनाएंगे और जिताएंगे.
एक पार्टी कार्यकर्ता ने कहा कि अभी तक हमलोग आशा सिन्हा को नहीं, बीजेपी को वोट करते थे. लेकिन इस विधानसभा चुनाव में अगर आशा सिन्हा को टिकट दिया जाता है, तो हमलोग उनके विरोध में वोट करेंगे.
एक अन्य कार्यकर्ता ने कहा कि कोरोना में लॅाकडाउन के दौरान विधायिका क्षेत्रवासियों की मदद के लिए घर से भी नहीं निकलीं. बरसात के मौसम में उनके विधानसभा क्षेत्र का हाल बदहाल हो जाता है. इसलिए हम शीर्ष नेतृत्व से उन्हें टिकट न देने की अपील करते हैं.
बता दें कि बिहार में अक्टूबर-नवंबर में विधानसभा चुनाव होना है. इसी मद्देनजर भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा 12 सितंबर को पटना में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मुलाकात करेंगे. उम्मीद की जा रही है कि इसी दौरान दोनों बड़े नेताओं के बीच सीट शेयरिंग के मुद्दे पर बातचीत होगी.
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