पटना: अररिया में पत्रकार की हत्या (Journalist Murder in Bihar)  के बाद बिहार की राजनीति गरमा गई है. इस मुद्दे को लेकर विपक्ष के निशाने पर सीएम नीतीश कुमार (Nitish Kumar) हैं. वहीं, केंद्रीय मंत्री पशुपति पारस (Pashupati Paras) ने शुक्रवार को इस मुद्दे पर कहा कि बिहार में कानून-व्यवस्था नाम की कोई चीज नहीं है. बिहार में पुलिस हो, जनता हो, पत्रकार हो या नेता, किसी को भी नहीं बख्शा गया है. बिहार के सीएम नीतीश कुमार ने गठबंधन बदल लिया, एनडीए छोड़ महागठबंधन (Mahagathabandhan) में शामिल हो गए, जिसके खिलाफ बिहार की जनता ने जनादेश दिया था, लेकिन इसके बाद वह उस गठबंधन के लिए एनडीए से अलग हो गए.


बिहार में लॉ एंड ऑर्डर खत्म हो चुका है- पशुपति पारस 


पशुपति पारस ने कहा कि बिहार में 9 से 10 महीनों के दौरान लूट, हत्या, दुष्कर्म और खास कर बैंक लूट की घटना अधिक बढ़ गई है. दलित महिला के साथ कई जगह लगातार दुष्कर्म की घटनाएं हो रही हैं. कटिहार में बिजली को लेकर प्रदर्शन के दौरान लोगों पर पुलिस ने गोली चला दी. इसमें दो लोग मार गए. समस्तीपुर में पुलिस दारोगा की हत्या हो गई. अररिया में सोए हुए पत्रकार को उठाकर बदमाशों ने गोली मार दी. बदमाशों की काफी हिम्मत बढ़ी हुई है. बिहार में लॉ एंड ऑर्डर खत्म हो चुका है.



पत्रकार की हत्या पर राजनीति गरमाई


बता दें कि बिहार के अररिया में बदमाशों ने शुक्रवार की सुबह-सुबह एक दैनिक अखबार के पत्रकार विमल कुमार यादव की गोली मारकर हत्या कर दी. इसके बाद विपक्ष सरकार पर जमकर हमला बोल रहा है. बीजेपी लगातर नीतीश सरकार को इस मुद्दे पर घेर रही है. इस मुद्दे को लेकर जमकर राजनीतिक बयानबाजी हो रही है. वहीं, इस मामले को लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि यह बहुत दुख की बात है. मुझे इसकी जानकारी मिली तो मैंने तुरंत अधिकारियों को कहा कि घटना के संबंध में पता करें. यहां आने से पहले मैंने ये खबर देखी है. कैसे एक पत्रकार की इस तरह हत्या हो जाती है, अधिकारी इसको देख रहे हैं.दोषियों पर कार्रवाई की जाएगी.


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