पशुपति पारस का चिराग पासवान के समर्थकों ने किया विरोध, आभार यात्रा के दौरान दिखाया काला झंडा
यात्रा के दौरान पशुपति पारस के समर्थकों ने अपने नेता का 51 फूट की माला से स्वागत किया. वहीं, चिराग समर्थकों ने बवाल काट कर उन्हें ये संदेश दे दिया कि हाजिपुर की राह उनके लिए आसान नहीं रहने वाली है.
हाजीपुर: लोक जनशक्ति पार्टी ( LJP ) में बीते दिनों हुए बगावत के बाद चिराग पासवान ( Chirag Paswan ) अपना जनाधार मजबूत के लिए बिहार भर में आशीर्वाद यात्रा ( Ashirwad Yatra ) कर रहे हैं. इधर, भतीजे चिराग पासवान के आशीर्वाद यात्रा के जवाब में चाचा पशुपति पारस ( Pashupati Paras ) ने आभार यात्रा ( Abhaar Yatra ) की शुरुआत की है. आभार यात्रा के तहत सोमवार को वे अपने संसदीय क्षेत्र हाजीपुर पहुंचे, जहां समर्थकों ने उनका भव्य स्वागत किया.
चिराग समर्थकों ने काटा बवाल
हालांकि, इस दौरान एलजेपी सांसद चिराग पासवान के समर्थकों ने जमकर बवाल किया. चिराग समर्थकों ने आभार यात्रा के दौरान केंद्रीय मंत्री को काला झंडा दिखाया और जमकर नारेबाजी की. इस दौरान कुछ समर्थकों ने आभार यात्रा में आए पारस समर्थकों की गाड़ियों पर लगे झंडे और बैनर को फाड़ कर फेंक दिया.
चिराग समर्थकों ने दिया संदेश
दरअसल, चुनाव जीतने के बाद पशुपति पारस पहली बार क्षेत्र की जनता से मिलने पहुंचे थे. हालांकि, पार्टी में मचे बवाल और एलजेपी के दो हिस्सों में बंट जाने के बाद हाजीपुर में पार्टी समर्थक भी दो हिस्सों में बंटे दिखे. आभार यात्रा के दौरान जहां पशुपति पारस के समर्थकों ने अपने नेता का 51 फूट की माला से स्वागत किया. वहीं, चिराग समर्थकों ने भारी बवाल काट कर पशुपति पारस को ये संदेश दे दिया कि राम विलास पासवान की परंपरागत सीट की राह उनके लिए आसान नहीं रहने वाली है.
आभार यात्रा के तहत हाजीपुर पहुंचे पशुपति पारस ने कहा, " मेरे घर में घटना हो गई थी, इसलिए मुझे आने में देरी हुई. इसके लिए अब मैं जनता से माफी मांगूंगा. वहीं बाढ़ के हालात पर उन्होंने कहा, " बाढ़ एक दैविक प्रकोप है. मैं बाढ़ पीड़ितों से मिलने नहीं जाऊंगा." वहीं, जातीय जनगणना पर उन्होंने कहा कि जातीय जनगणना होनी चाहिए.
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