पटना: बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने बुधवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) को एक सलाह दी है. साथ ही बिहार में ताड़ी बेन को लेकर वह नीतीश कुमार का साथ देने के मूड में नहीं दिख रहे. जीतन राम मांझी (Jitan Ram Manjhi) ने कहा कि नीतीश जो ठान लेते हैं वह करने की सोचते हैं, लेकिन ताड़ी व्यवसाय को कहीं से भी बंद करना उचित नहीं है. उन्होंने मुख्यमंत्री को सलाह देते हुए कहा कि ताड़ी प्राकृति का दिया हुआ जूस है. इस व्यवसाय को बंद करना ठीक नहीं है.
‘ताड़ी व्यवसाय को बंद करना उचित नहीं’
जीतन राम मांझी ने मंगलवार को पासी समाज द्वारा किए गए आंदोलन पर अपने विचार रखे हैं. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को सलाह देते हुए कहा कि ताड़ी नेचर का दिया हुआ जूस है. इसे बंद करना ठीक नहीं है. नीतीश कुमार जो ठान लेते हैं वह करने के लिए सोचते हैं, लेकिन इस व्यवसाय को बंद करना कहीं से भी उचित नहीं है. ताड़ी व्यवसाय से केवल पासी समाज ही नहीं बल्कि हर गरीब गुरबत लोग भी जुड़े हैं. उनकी रोजी-रोटी चलती है. इससे लॉ एंड ऑर्डर बिगड़ने जैसी कोई बात नहीं है. न ही कोई परेशानी है. बता दें कि मंगलवार को हजारों की संख्या में पासी समाज के लोग विधानसभा का घेराव करने के लिए गांधी मैदान से निकले थे. उन पर लाठीचार्ज हुई थी और पासी समाज के लोगों ने भी पुलिस पर पथराव भी किया था. पासी समाज की मांग थी कि ताड़ी बेचने पर रोक नहीं लगाई जाए और ताड़ी बेचने में जो लोग जेल में बंद हैं उनको छोड़ दिया जाए.
आरजेडी की उदारता से जेडीयू को मिली कुढ़नी सीट
संजय जायसवाल द्वारा बिहार निर्वाचन आयोग पर पक्षपात करने के आरोप पर जीतन राम मांझी ने कहा कि यह बिल्कुल गलत है. चुनाव आयोग अपना काम करती है. अगर किसी के पक्ष में हुआ तो अच्छा है. किसी के पक्ष में नहीं हुआ है तो वह दोषारोपण करते हैं. यह ठीक नहीं है. वह सरकारी संस्था है जिस पर किसी को दोषारोपण नहीं करनी चाहिए. जितन राम मांझी ने कहा कि कुढ़नी उपचुनाव के लिए आज प्रचार में निकलेंगे. वह सीट तो आरजेडी की थी, लेकिन आरजेडी ने उदारता दिखाई और वह सीट जेडीयू को दी है. हम लोग कुढ़नी में जितने जा रहे हैं. प्रचार तो औपचारिकता मात्र है. महागठबंधन की जीत सुनिश्चित है.
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