पटना: बिहार की राजधानी पटना के महेंद्रू स्तिथ अंबेडकर छात्रावास में वर्चस्व के लिए मारपीट की घटना सामने आई हैं. घटना सोमवार की रात 11 बजे की है. जानकारी अनुसार हॉस्टल में रहने वाले कुछ सीनियर छात्रों ने एलजेपी प्रदेश प्रवक्ता अमर आज़ाद के साथ मिलकर हॉस्टल के कमरे में रात के करीब आठ बजे शराब पार्टी की. इस दौरान बार-बालाओं को भी नचवाया गया. इसके बाद शराब के नशे में धुत सभी हॉस्टल में हुड़दंग मचाने लगे.
छात्रों को कमरे में घुसकर पीटा
नशे में धुत छात्र हॉस्टल में रहने वाले जूनियर छात्र जो एक खास समुदाय से आते हैं, उनकी बेहरहमी से पिटाई की. आरोप है कि सीनियर छात्रों ने सभी जूनियर छात्रों को उनके कमरे घुसकर पीटा है. वहीं, कुछ छात्रों को कमरे से बाहर निकाल लोहे के रॉड से मारा गया. मारपीट की घटना में हॉस्टल के लगभग 30 छात्र जख्मी हो गए हैं.
घटना के संबंध में हॉस्टल में रहने वाले सीनियर छात्र त्रिलोकी कुमार जो पटना यूनिवर्सिटी के छात्र हैं ने बताया कि 15 अगस्त को हॉस्टल में जूनियर छात्रों के बीच किसी बात को लेकर मारपीट हुई थी. विवाद बढ़ता देख उनकी ओर से मामले को सुलझाने का प्रयास किया गया था. जूनियर छात्रों के दोनों पक्षों को बुलाकर उन्होंने माफी मंगवाई थी. बातचीत के बाद मामला शांत हो गया था.
जैसे-तैसे कमरे में छिपकर जान बचाई
हालांकि, मारपीट की घटना के एक दिन बाद सीनियर छात्रों के दूसरे गुट ने एलजेपी नेता के साथ मिलकर जूनियर छात्रों के एक गुट की बेरहमी से पिटाई कर दी. वहीं, बीच बचाव करने पर उन पर भी हमला किया गया, साथ ही जान से मारने की धमकी दी गई. त्रिलोकी ने बताया कि उन्होंने जैसे-तैसे कमरे में छिपकर अपनी जान बचाई. वहीं, सुलतानगंज थाने को घटना की सूचना दी. पटना एसपी को भी कॉल किया.
सूचना पाकर सुलतानगंज थाने की पुलिस मौके पर तो पहुंची लेकिन हॉस्टल के अंदर प्रवेश नहीं किया. त्रिलोकी का आरोप है कि पुलिस डर की वजह से हॉस्टल के अंदर नहीं आई. उनका कहना था कि हॉस्टल में मारपीट चल रही है, हम अंदर नहीं आ सकते. इधर, मारपीट खत्म होने के बाद त्रिलोकी घायल छात्रों के साथ थाने पहुंचे थाने को आवेदन दिया. वहीं, अनुसूचित जाति/जनजाति कल्याण विभाग के मंत्री को पत्र लिखकर घटना की जानकारी देते हुए सुरक्षा की गुहार लगाई. वहीं, सभी छात्र आज पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी से मुलाकात करेंगे.
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