(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
पटनाः बेदर्दी मददगार! अयांश की मदद करने वाले वापस मांग रहे पैसे, मां का छलका दर्द, कहा- शक है तो FIR करें
अयांश की मां नेहा ने कहा कि अभी हर तरह के कॉल आ रहे हैं. लोग तरह-तरह के सवाल पूछते हैं. कहा कि बच्चे का इलाज नहीं हो पाया या कुछ हुआ तो हम किसी संस्था को पैसे वापस कर देंगे.
पटनाः राजधानी पटना के रुकनपुरा के रहने वाले आलोक कुमार सिंह और नेहा सिंह के बच्चे अयांश को 16 करोड़ के इंजेक्शन की जरूरत है. यह खबर जब मीडिया में आई तो उसके बाद अयांश की मदद के लिए लोगों के हाथ उठने लगे, लेकिन कुछ दिनों पहले ही अयांश के पिता आलोक कुमार सिंह के कोर्ट में सरेंडर करने के बाद इस केस ने अब नया मोड़ ले लिया है. अब उनपर फ्रॉड और पैसे लेकर भाग जाने जैसे आरोप लगाए जा रहे हैं. इसके अलावा कोई पैसे वापस मांग रहा है तो कोई कई तरह के सवाल पूछ रहा है. इस मामले में एबीपी ने उनकी पत्नी नेहा से शनिवार को बातचीत की और समझा कि पूरा मामला क्या है.
अयांश की मां नेहा ने कहा कि उनकी शादी 2014 में आलोक के साथ हुई थी. इससे पहले 2011 में उनपर केस हुआ था. वो केस 420 का है लेकिन उन्हें इस बारे में पहले से कोई जानकारी नहीं थी. बस उन्हें यह पता था कि उनके पति का एक इंस्टीट्यूट चलता था जिसमें वे बच्चों का प्लेसमेंट कराते थे. जिन बच्चों का प्लेसमेंट नहीं हो सका था उन्होंने केस किया था. अब कुछ लोग यह आरोप लगा रहे हैं कि यह आदमी फ्रॉड है और पैसे लेकर भाग जाएगा. इसी के कारण अयांश के पिता ने कोर्ट में सरेंडर कर दिया है.
एक पिता के लिए यह बुरा वक्तः नेहा सिंह
नेहा ने कहा कि अभी ऐसी स्थिति में उनका (पति) साथ होना जरूरी था. अभी हर तरह के कॉल आ रहे हैं. लोग तरह-तरह के सवाल पूछते हैं. दिनभर मीडिया को फेस करना पड़ता है और अभी सब मुझे ही देखना पड़ रहा है. एक पिता के लिए ये कितना बुरा वक्त है जिसके बच्चे का जीवन महज कुछ माह ही बाकी है और उसने सरेंडर कर दिया है.
अभी तक 6 करोड़ 92 लाख की राशि इकट्ठा
अयांश की मां ने कहा कि ये यू-ट्यूबर वाले लोग फोन कर गाली दे रहे हैं. लोगों को बोल रहे हैं कि जो पैसा दिए हो वो वापस लो. एक व्यक्ति का हमने पैसा भी वापस किया है. एक व्यक्ति ने 51 हजार दिए थे उन्हें भी वापस किया है. पैसे की वापसी को लेकर फोन कॉल्स आज भी आए हैं. हम सबको यही बता रहे हैं कि अगर हमने वापस कर दिया तो हमारा बच्चा बच नहीं पाएगा. फिर भी अगर आपको शक है कि हम फ्रॉड हैं तो आप हमलोग पर एफआईआर कर सकते हैं. अगर अयांश को इंजेक्शन नहीं लगा और ये अगर नहीं रहा या फिर बिना इंजेक्शन ठीक हो जाता है तो हम उन पैसों को किसी ऐसे फाउंडेशन को सौंप देंगे जहां ऐसे ही बीमारी के बच्चे होंगे या जिसमें बहुत पैसों की आवश्यकता होगी. अभी तक 6 करोड़ 92 लाख की राशि आई है.
‘मेरे मरे हुए बच्चे का मांग रहे सर्टिफिकेट’
आगे नेहा ने कहा कि इसके पहले भी उनका एक बच्चा हुआ जिसकी छह महीने में ही मौत हो गई. कहा कि एक विकास राज नाम का लड़का है जो यू-ट्यूबर है और वही यह सब कर रहा है. वह घर पर आया था और बच्चे का वीडियो बनाया था. उसके बाद भी बहुत लोग आए वीडियो बनाए पर जो अन्य लोगों को लाभ हुआ वो उसे नहीं मिला. उसे वो टीआरपी नहीं मिली. इस कारण वो ये सब कर रहा है. सवाल खड़े कर रहा है कि हमने पहले बच्चे की जानकारी क्यों नहीं दी. अब जो मर गया उसका सर्टिफिकेट दिखाऊं या जो बच्चा है जो मौत के मुंह में जा रहा है उसे बचाने में लगूं. बता दें कि अयांश स्पाइनल मस्कुलर एट्राफी (एसएमए) बीमारी से पीड़ित है. उसे बचाने के लिए 16 करोड़ रुपये के इंजेक्शन की जरूरत है जिसके लिए क्राउड फंडिंग की जा रही है.
यह भी पढ़ें-
Ashirwad Yatra: औरंगाबाद पहुंचे LJP सांसद चिराग पासवान, BJP और JDU के गठबंधन पर उठाए सवाल
Arrah News: आरा में 97 करोड़ से बना ROB, नितिन गडकरी और आरके सिंह आज करेंगे उद्घाटन