पटना: राजधानी पटना में मंगलवार की रात पुलिस और लोगों के बीच झड़प हो गई. बाईपास थाने की पुलिस एक नामजद आरोपी को पकड़ने के लिए गई थी. ग्रामीणों ने विरोध जताया तो पुलिस ने भी लाठीचार्ज कर दिया. लोगों को दौड़ा-दौड़ाकर पीटा. पुलिस ने लाठीचार्ज करते हुए एक राउंड फायरिंग भी की ताकि भीड़ को तितर-बितर किया जा सके. इस दौरान महिलाओं पर भी लाठी चलाई गई. एक महिला के कपड़े फट गए. पूरा मामला पटना के बाईपास थाना क्षेत्र का है. पुलिस मथनी तल इलाके में छापेमारी करने गई थी.


परिजनों ने पुलिस पर लगाया आरोप


पुलिस ने आरोपी चाय दुकानदार चिंटू कुमार और उसकी मां को गिरफ्तार किया और गाड़ी में बैठाने लगी तो स्थानीय लोग आक्रोशित हो गए. काफी संख्या में स्थानीय लोग बाईपास थाना पहुंचकर थाने का घेराव करने लगे. पथराव भी की गई. एनएच-30 पर टायर जलाकर हंगामा करने लगे. इसके बाद कई थानों की पुलिस मौके पर पहुंची. दुकानदार के परिजन ने बताया कि पुलिस वसूली करने के लिए आती है. रुपये नहीं देने पर शराब मामले में पकड़ कर जेल भेज देती है.



बाईपास थाने के बृजनंदन गुप्ता पर भड़के परिजन


परिजनों ने कहा कि पुलिस लगातार अत्याचार कर रही है. नामजद आरोपी चाय दुकानदार चिंटू की बहन ने बताया कि थाने का एक दरोगा है बृजनंदन गुप्ता. वह हमेशा आता है और धमकी देकर पैसे की मांग करता है. नहीं देने पर झूठे केस में फसाता है.



पुलिस ने क्या कहा?


बाईपास थानाध्यक्ष अमित कुमार ने बताया कि रेलवे लाइन के बगल में चाय दुकान है. यहां चिंटू नाम के एक व्यक्ति ने दुकान की है. दुकान पर हमेशा अपराधियों का जमावड़ा लगा रहता है. इसकी सूचना हमलोगों को पहले से मिली थी. पांच दिन पहले हमारे थाने के एसआई बृजनंदन गुप्ता छानबीन के लिए आए थे तो उनके साथ मारपीट कर दी गई थी. इस मामले पर में प्राथमिकी दर्ज की गई थी. चिंटू गुप्ता को नामजद अभियुक्त बनाया गया था. थानाध्यक्ष ने कहा कि चिंटू के भाई ने स्थानीय लोगों को बुलाकर मारपीट और पथराव करवा दिया. चिंटू और उसकी मां को गिरफ्तार किया गया है.


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