पटना: कोरोना काल में केंद्र सरकार की ओर से जेईई और नीट की परीक्षा कराए जाने के विरोध में शुक्रवार को कांग्रेस ने देशव्यापी प्रदर्शन का आह्वान किया था. इसी क्रम में कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने पटना के इनकम टैक्स गोलंबर पर जेईई और नीट की परीक्षा रद्द करने को लेकर प्रदर्शन किया. इस दौरान बिहार कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष श्याम सुंदर सिंह धीरज ने कहा कि हमलोग परीक्षा विरोधी नहीं हैं.




उन्होंने कहा, " हमारी नेता सोनिया गांधी जी का स्पष्ट कहना है कि अभी सेमेस्टर के आधार पर डिग्री दे दी जाए और जिन्हें लगे कि हमें कम अंक मिला है तो उन्हें आगे परीक्षा देने की छूट हो. लेकिन अभी परीक्षा कराना मौत का तांडव है. एक तरफ हमलोग जो कर रहे हैं ये गलत है और दूसरी बात ये है कि एक होटल और एक रूम में 20 लड़कों को परीक्षा देना है. ये उनके जीवन के साथ खिलवाड़ हैं. ये परीक्षा नहीं ले रहे, ये तो प्राइवेट इंस्टीट्यूशन को पैसा आए, होस्टल खाली हो और उनका धंधा चले इसलिए ऐसा कर रहे  हैं."





उन्होंने कहा, " बड़े-बड़े प्राइवेट इंस्टीच्यूशन का सत्र बर्बाद हो रहा है. उनके पैसे उगाही के लिए ही इन्हें परीक्षा की जल्दी पड़ी है. यदि इन्हें उन्हीं लोगों को खरबपति बनाना है, तो आप हमलोग को सेमेस्टर के हिसाब से रिजल्ट दे दीजिए और वो अपना पैसा वसूले. फिर जिन लड़कों को लगे कि हमें सेमेस्टर में कम अंक मिले हैं तो वो तीन से चार महीने में फिर परीक्षा दे सके. हमारे मुख्यमंत्री ने तो कहा है कि दो महीने के भीतर आप परीक्षा दे दीजिए."




बता दें कि बिहार में कांग्रेस के अलावा आरजेडी और एलजेपी भी कोरोना काल में केंद्र सरकार की ओर से जेईई और नीट की परीक्षा कराए जाने के विरोध में हैं. एक ओर जहां नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव लगातार परीक्षा स्थगित करने की मांग कर रहे हैं. वहीं दूसरी ओर एलजेपी अध्यक्ष चिराग पासवान ने सीएम नीतीश कुमार और केंद्रीय शिक्षा मंत्री को पत्र लिखकर परीक्षा टालने की गुहार लगाई है.