हाईकोर्ट की फटकार के बाद एक्शन में आए पटना DM, स्वास्थ्य विभाग को चिट्ठी लिखकर की ये मांग
पटना जिला में कोरोना के संक्रमण की संख्या में अप्रत्याशित वृद्धि हो रही है. कोविड मरीजों का इलाज सरकारी अस्पतालों के साथ-साथ निजी अस्पतालों में बड़े पैमाने पर हो रहा है. यहां ऑक्सीजन की मांग भी लगातार की जा रही है जिसकी आपूर्ति उपलब्ध सीमित संसाधनों के तहत यथासंभव किया जा रहा है.
पटनाः बिहार के अस्पतालों में ऑक्सीजन की समस्या को देखते हुए हाईकोर्ट ने राज्य सरकार को फटकार लगाई है. इसके बाद गुरुवार को पटना के जिलाधिकारी डॉक्टर चंद्रशेखर सिंह एक्शन में आ गए. उन्होंने स्वास्थ्य विभाग को एक पत्र जारी कर पीएमसीएच, आईजीआईएमएस और एनएमसीएच में बेड और ऑक्सीजन की समस्या से अवगत कराया है.
जितना संभव उतना उपलब्ध कराया जा रहा ऑक्सीजन
जिलाधिकारी ने पत्र में लिखा कि पटना जिला में कोरोना के संक्रमण की संख्या में अप्रत्याशित वृद्धि हो रही है. कोविड मरीजों का इलाज सरकारी अस्पतालों के साथ-साथ निजी अस्पतालों में बड़े पैमाने पर हो रहा है. यहां ऑक्सीजन की मांग भी लगातार की जा रही है जिसकी आपूर्ति उपलब्ध सीमित संसाधनों के तहत यथासंभव किया जा रहा है.
पीएमसीएच, एनएमसीएच और आईजीआईएमएस द्वारा हर दिन 1000 जंबो मेडिकल सिलिंडर की मांग की जा रही है. अभी तक पीएमसीएच को को 1000, एनएमसीएच को 1000 और आईजीआईएमएस को 600 सिलिंडर प्रतिदिन उपलब्ध कराया जा रहा है. इन तीनों मेडिकल कॉलेजों में कुल मिलाकर लगभग 700 से 800 कोविड मरीजों के लिए बेड है. 90 निजी अस्पतालों में लगभग 2000 बेड पर मरीजों का इलाज किया जा रहा है. इनकी मांग भी लगभग 4000 सिलिंडर प्रतिदिन मिले. जिलाधिकारी ने प्रतिदिन 1770 अतिरिक्त सिलिंडर उपलब्ध कराने का अनुरोध किया है.
जिलाधिकारी ने अनुरोध किया कि सरकारी मेडिकल कॉलेजों पीएमसीएच, एनएमसीएच और आईजीआईएमएस में ऑक्सीजन की कुल मांग कितनी है इसकी रिपोर्ट देखी जाए. वास्तविक आवश्यकता और उपलब्ध ऑक्सीजन का अधिकतम कुशलतापूर्वक उपयोग करने के लए तकनीकी विशेषज्ञ समूह से ऑक्सीजन ऑडिट कराया जाए ताकि उपलब्ध सीमित संसाधनों का बेहतर उपयोग किया जा सके.
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