Patna Murder: पटना में डबल मर्डर से सनसनी, आलमगंज में युवक को मारी गोली, विजय नगर में कारोबारी की हत्या
Patna News: बुधवार की रात आलमगंज थाना क्षेत्र में युवक चाय पी रहा था. इसी दौरान उसकी हत्या कर दी गई. वहीं कारोबारी अपने समधी के यहां आया था. कनपट्टी में गोली मारी गई है.
पटना: राजधानी पटना के दो अलग-अलग इलाकों में 9 घंटे के अंदर डबल मर्डर से सनसनी फैल गई है. पहली घटना आलमगंज थाना क्षेत्र की है वहीं दूसरी घटना रूपसपुर थाना क्षेत्र के विजयनगर की है. आलमगंज थाना क्षेत्र के ज्यूडिशियल एकेडमी के पास एक चाय दुकान पर बुधवार (26 अप्रैल) की रात नौ बजे के आसपास अज्ञात बदमाशों ने युवक की गोली मारकर हत्या कर दी. युवक दुकान पर चाय पी रहा था. उसकी पहचान गुड़ की मंडी निवासी राजाराम महतो के रूप में की गई है.
राजाराम महतो की हत्या करने के लिए दो की संख्या में बदमाश पहुंचे थे. चाय दुकान पर गोली मारने के बाद फरार हो गए. मौके पर पहुंचे आलमगंज थाना के एसआई राजेंद्र प्रसाद ने बताया कि हम लोग गश्ती में थे. इस दौरान घटना की जानकारी मिली. जल्द ही अपराधियों को गिरफ्तार कर दिया जाएगा.
रूपसपुर में कारोबारी की हत्या
दूसरी घटना रूपसपुर थाना क्षेत्र की है. गुरुवार की सुबह छह बजे के आसपास विजयनगर में एक व्यक्ति की गोली मारकर हत्या कर दी गई. मृतक की पहचान रूकनपुरा इलाका निवासी रंजन सिंह के रूप में हुई. रंजन सिंह अपने घर से बाहर मॉर्निंग वॉक के लिए निकले थे. विजयनगर के पास घात लगाए अपराधियों ने उन्हें गोली मार दी. रंजन सिंह को दो गोली लगी. घटनास्थल पर ही मौत हो गई और अपराधी आराम से चलते बने. रंजन सिंह का छड़ और सीमेंट का कारोबार था.
रंजन सिंह की हत्या मामले पर उनके बेटे मुन्ना कुमार ने बताया- "गुरुवार की सुबह 6:11 पर पापा का फोन आया. पापा ने हमें फोन कर बताया कि प्रोफेसर सुमन और पवन के साथ दो-तीन लोगों ने घेर लिया है. इस सूचना के बाद उनके पास जाने के लिए मैं निकला और पापा को फोन लगाया तो वो नहीं उठाए. घर चले आए तो प्रशासन की तरफ से फोन आया कि पिता की गोली मारकर हत्या कर दी गई है."
पारिवारिक विवाद में हुई है हत्या
वहीं, पुलिस ने इस हत्या को पारिवारिक विवाद बताया है. पटना सिटी एसपी पश्चिमी राजेश कुमार ने कहा कि सीसीटीवी फुटेज को खंगालने का प्रयास किया जा रहा है. मुख्य रूप से जो जानकारी मिली है वह पारिवारिक विवाद बताया गया है. रंजन सिंह की बेटी की ग्रेटर नोएडा में मौत हो गई थी, जिसका वे गवाह थे. बेटी के ससुर प्रोफेसर सुमन और अपने दामाद को आरोपी बनाया था.
इस मामले में रंजन की मृतक बेटी का पति अभी जेल में है. रंजन की गवाही से वह छूट सकता था, लेकिन रंजन उन्हें सजा दिलवाना चाहता था. इस कारण हत्या की घटना को अंजाम दिया गया है. हालांकि पुलिस का कहना है कि जल्द मामले का खुलासा हो जाएगा.
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