पटना: पूर्व केंद्रीय मंत्री और लोक जनशक्ति पार्टी (एजलेपी) के संस्थापक रामविलास पासवान का श्राद्ध कार्यक्रम आज पटना में किया जाएगा. दिवंगत रामविलास पासवान के श्राद्ध समारोह में आमंत्रित करने के लिए एलजेपी सांसद प्रिंस राज आरजेडी अध्यक्ष लालू यादव के घर पहुंचे. लेकिन बिहार में इस वक्त चुनावी माहौल बना हुआ है. ऐसे में सियासी गलियारे में कयासों का दौर शुरू हो गया.


लालू यादव के घर से निकलने के दौरान प्रिंस राज ने बताया, "आज बड़े पापा का श्राद्ध है तो पारिवारिक संबंध होने नाते हम उन्हें आमंत्रित करने के लिए आए हैं, कोई राजनीतिक बात के लिए नहीं."


मालूम हो कि 74 वर्षीय राम विलास पासवान का आठ अक्टूबर को दिल्ली के एस्कॉर्ट्स अस्पताल में निधन हो गया था. वह उपभोक्ता मामले, खाद्य और सार्वजनिक वितरण मंत्री थे. उनका अंतिम संस्कार पूरे राजकीय सम्मान के साथ 10 अक्टूबर को पटना में गंगा नदी के तट पर जनार्दन घाट पर किया गया था. बिहार के खगड़िया जिले में रामविलास पासवान का जन्म पांच जुलाई 1946 को एक दलित परिवार में हुआ था.


1969 में शुरू हुआ था राजनीतिक सफर


रामविलास पासवान ने कोसी कॉलेज, खगड़िया और पटना विश्वविद्यालय से विधि ग्रेजुएशन, और कला संकाय में पोस्ट ग्रेजुएशन किया था. वह 1969 में बिहार पुलिस में पुलिस उपाधीक्षक के रूप में चयनित किए गए थे, लेकिन वह इस सेवा में शामिल नहीं हुए और इसके बजाय राजनीति में उतर गए.


वह 1969 में खगड़िया की अलौली विधानसभा सीट से संयुक्ता सोशलिस्ट पार्टी के टिकट पर विधायक चुने गए. 1977 में हाजीपुर लोकसभा सीट से भारी जीत के बाद राष्ट्रीय स्तर पर चर्चा में आए थे. उन्होंने आठ बार संसद में हाजीपुर सीट का प्रतिनिधित्व किया.


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