Patna Museum: पटना संग्रहालय पुराने भवन के जीर्णोद्धार के लिए एक जून से आगंतुकों के लिए होगा बंद, जानें कब से खुलेगा
Bihar News: पटना संग्रहालय को लेकर अधिकारी ने जानकारी दी कि पुनर्विकास परियोजना के हिस्से के रूप में संग्रहालय की इमारत का नवीकरण किया जा रहा है. इस वजह से आगंतुकों के लिए अब बंद कर दिया जाएगा.
पटना: समृद्ध कलाकृतियों, दुर्लभ चित्रों और 20 करोड़ साल पुराने जीवाश्मयुक्त पेड़ के तने के संग्रह वाला ऐतिहासिक पटना संग्रहालय (Patna Museum) 95 साल पुरानी इमारत के जीर्णोद्धार के लिए एक जून से आगंतुकों के लिए बंद कर दिया जाएगा. एक अधिकारी ने यह जानकारी दी. एक वरिष्ठ अधिकारी ने बुधवार को कहा कि पुनर्विकास परियोजना के हिस्से के रूप में संग्रहालय की इमारत का नवीकरण किया जा रहा है. उन्होंने बताया कि इसकी पुरानी दीर्घाओं को कलाकृतियों और अन्य ऐतिहासिक वस्तुओं को बेहतर तरीके से प्रदर्शित करने के लिए नए तरीके से फिर से डिजाइन, पुनर्व्यवस्थित और क्यूरेट किया जाएगा.
इसे लोग जादु घर के नाम से जानते हैं
बिहार की राजधानी पटना में ब्रिटिश शासन के दौरान 1928 में संग्राहलय की यह इमारत बनी थी जिसे स्थानीय लोग जादु घर के नाम से जानते हैं. इसका उद्घाटन मार्च 1929 में बिहार और उड़ीसा के तत्कालीन गवर्नर सर ह्यू लैंसडाउन स्टीफेंसन ने किया था. पुराने पटना-गया रोड स्थित संग्रहालय भवन के पुनर्विकास एवं विस्तार की परियोजना वर्तमान में चल रही है जिसका शिलान्यास मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अगस्त 2020 में किया था.
'सिविल कार्य लगभग पूरा हो गया है'
बिहार सरकार के कला, संस्कृति और युवा विभाग के एक शीर्ष अधिकारी ने कहा कि पुराने संग्रहालय के चारों ओर नई इकाइयों के निर्माण पर सिविल कार्य लगभग पूरा हो गया है. अब धीरे-धीरे उनमें दृश्य दीर्घाएं बनाई जाएंगी और विरासत भवन के जीर्णोद्धार का काम शुरू होगा, इसलिए एक जून से पटना संग्रहालय आगंतुकों के लिए बंद हो जाएगा. उन्होंने कहा कि संग्रहालय तीन महीने की अवधि के लिए बंद रहेगा. संग्रहालय के पुराने भवन में वर्तमान में प्रदर्शित की जाने वाली वस्तुएं और कलाकृतियों को पैक कर परिसर में ही नवनिर्मित भवन के एक हिस्से में सुरक्षित रखा जाएगा.
पटना संग्रहालय कलाकृतियों का खजाना है
अधिकारी ने बताया कि पुरानी इमारत के पुनरुद्धार के अलावा इसकी दीर्घाओं को भी नया रूप दिया जाएगा और आगंतुकों के लिए बेहतर प्रदर्शन के लिए पुन: व्यवस्थित किया गया. पटना संग्रहालय कलाकृतियों का खजाना है और कुछ साल पहले तक यह दीदारगंज से मिली यक्षी की प्रतिमा के लिए प्रसिद्ध था. बेली रोड पर बिहार संग्रहालय में बड़ी संख्या में प्राचीन वस्तुओं के साथ उक्त मूर्ति भी स्थानांतरित कर दी गई जो पटना संग्रहालय के प्रमुख आकर्षणों में से एक थी. पटना संग्रहालय में वर्तमान में सन् 1764 के बाद की अवधि की कलाकृतियां प्रदर्शित की गई हैं. सन 1764 से पहले की कलाकृतियों को बिहार संग्रहालय में स्थानांतरित कर दिया गया है जिसका उद्घाटन 2017 में किया गया था.
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