पटना: राजधानी के पटना यूनिवर्सिटी (Patna University) छात्र संघ चुनाव में जेडीयू उम्मीदवारों की जीत के बाद सोमवार को बिहार प्रदेश जेडीयू कार्यालय में सम्मान समारोह का आयोजन किया गया. इस दौरान जेडीयू नेता ललन सिंह (Lalan Singh) मंच पर संबोधन कर रहे थे. उधर, जेडीयू के कार्यकर्ता छात्र नेता आपस में किसी बात पर भिड़ गए. देखते ही देखते मामला बढ़ गया. ललन सिंह ने पहले स्टेज से उनको शांत होने की हिदायत दी, लेकिन माहौल गर्म होता देख अपना संबोधन खत्म करते हुए उनको नीचे आना पड़ा, इसके बाद उनको समझाने लगे. कार्यकर्ता उनके सामने ही बवाल कर रहे थे.


बीजेपी के लिए जेडीयू कार्यकर्ता पर प्रचार के आरोप में विवाद


समारोह में जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह, प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा समेत पार्टी के कई वरीय पदाधिकारी मौजूद थे. कार्यक्रम के दौरान राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने सभा को संबोधित किया और वो अपनी जगह पर आकर बैठ गए. इसके बाद दर्शक दीर्घा से पार्टी के एक कार्यकर्ता ने मंच पर बैठे दूसरे कार्यकर्ता पर आरोप लगाया कि वो कार्यकर्ता पटना विश्वविद्यालय चुनाव को लेकर जेडीयू उम्मीदवार की जगह एबीवीपी उम्मीदवार के लिए प्रचार कर रहा था. इसके बाद देखते ही देखते जेडीयू प्रदेश कार्यालय सभाकक्ष में पार्टी के कार्यकर्ता दो फाड़ हो गए. माहौल गर्म हो गया. इसके बाद राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह मंच से ही सभी कार्यकर्ताओं को शांत रहने की हिदायत दे रहे थे, लेकिन कार्यकर्ता उग्र हो गए.




ललन सिंह के समझाने पर मामला हुआ शांत


ललन सिंह को मंच पर से नीचे उतर कर दोनों पक्ष के आक्रोशित लोगों को शांत करना पड़ा. इस बीच कार्यकर्ता एक दूसरे को देख लेने की धमकी देते दिखे. इसके बाद कार्यक्रम समाप्त हो गया. उधर, हंगामे के पहले ललन सिंह ने छात्र नेताओं को सम्मान देकर सभा को संबोधित किया. ललन सिंह ने जेडीयू छात्र नेताओं को बधाई देते हुए कहा कि छात्र ही कल का भविष्य हैं. हम लोग तो अंतिम पड़ाव पर हैं. हमने राजनीति की शुरुआत 1974  के आंदोलन के जरिए की थी. उस समय कल्पना नहीं की थी कि राजनीति में कुछ करेंगे, लेकिन आज कई जिम्मेवारी को संभाल चुके हैं.


दूसरे विश्वविद्यालयों में बजेगा जेडीयू का डंका


इस दौरान ललन सिंह ने केंद्र सरकार पर हमला किया और कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पटना विश्वविद्यालय के लिए केंद्रीय विश्वविद्यालय बनाने की मांग की, लेकिन प्रधानमंत्री चुप रह जाते हैं. देश के सबसे पुराना विश्वविद्यालय को केंद्रीय विश्वविद्यालय का दर्जा नहीं मिला. चुनाव में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हर साल दो  करोड़ रोजगार देने की बात करते हैं, लेकिन आज तक रोजगार नहीं मिला. रोजगार की जगह क्या मिला अग्निपथ योजना भावना को भड़का कर काम कर रहे हैं. ललन सिंह ने दावा किया कि पटना विश्वविद्यालय के बाद अब दूसरे विश्वविद्यालय में भी छात्र जेडीयू जीतेगा. पाटलिपुत्र विश्वविद्यालय चुनाव पर छात्र नेताओं को तैयारी करने की बात कही.


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