पटना: राजधानी पटना में मंगलवार को बीपीएससी कार्यालय के बाहर भारी बवाल हो रहा. अभ्यर्थियों ने बीपीएससी परीक्षा में धांधली के आरोप लगाए हैं. साथ ही आठ मई को लीक हुए पेपर पर भी सीबीआई जांच की मांग की है. अभ्यर्थियों ने परीक्षा नियंत्रक सह सचिव अमरेंद्र कुमार को भी उनके पद से हटाने की मांग की है. उनका कहना है कि 17 नवंबर को जारी हुए बिहार लोक सेवा आयोग 67 वीं प्रीलिम्स परीक्षा के रिजल्ट में धांधली हुई है. हंगामा कर रहे कई अभ्यर्थी तिरंगा लेकर भी पहुंचे हैं. तिरंगे के साथ प्रदर्शन कर रहे. उधर, बीपीएससी प्रशासन की ओर से हंगामे को रोकने के लिए भारी संख्या में पुलिस बल और मजिस्ट्रेट तैनात किए गए हैं.
अभ्यर्थियों के कई आरोप और कई मांगें
अभ्यर्थियों की मांग है कि 67 वीं बीपीएससी परीक्षा जिसकी आठ मई को पेपर लीक हुई थी उसकी सीबीआई जांच कराई जाए. साथ ही बीपीएससी के परीक्षा नियंत्रक सह सचिव अमरेंद्र कुमार को बर्खास्त किया जाए. सीधे तौर पर कहा जा रहा कि जो पीडीएफ फॉर्मेट में रिजल्ट जारी हुआ है उसमें भी छेड़छाड़ की गई है. ओएमआर शीट से भी छेड़छाड़ हुई है. अभ्यर्थियों का कहना है कि अमरेंद्र कुमार 2019 से लगातार पोस्ट पर बने हुए हैं. आठ मई को पेपर लीक हुआ उसके बाद भी अमरेंद्र कुमार को नहीं हटाया गया. लगातार बीपीएससी में धांधली अमरेंद्र कुमार करवाते हैं, लेकिन उनपर कोई कार्रवाई नहीं होती है.
हिंसक प्रदर्शन को रोकने के लिए बल की तैनाती
इस बार बीपीएससी अभ्यर्थी पूरे जोश में पहुंचे हैं. उनका कहना है कि जब तक हम लोगों की मांगें नहीं मानी जाती तब तक हम लोग इसी तरह हंगामा करते रहेंगे. छात्रों के प्रदर्शन को देखते हुए बीपीएससी कार्यालय के बाहर भारी संख्या में पुलिस बल की तैनाती कर दी गई है. दंगा नियंत्रण वाहन भी बीपीएससी कार्यालय के बाहर मौजूद है. साथ ही किसी तरह के हिंसक प्रदर्शन को रोकने के लिए सचिवालय थाना की पुलिस मौजूद है. भारी संख्या में महिला और पुरुष पुलिस बलों की तैनाती की गई है.
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