पटना: बिहार की राजधानी पटना के पटनासिटी स्थित तख्त श्री हरमंदिर साहब के मुख्य ग्रंथी ने गुरुवार को अत्महत्या की कोशिश की. हालांकि,समय रहते उन्हें अस्पताल पहुंचाया गया, जिससे उनकी जान बच गई. लेकिन गंभीर रूप से घायल होने की वजह से फिलहाल उन्हें पीएमसीएच में ही रखा गया है. मिली जानकारी अनुसार गुरुद्वारा परिसर में अपने परिवार के साथ रहने वाले मुख्य ग्रंथी राजेंद्र सिंह ने खुद ही अपनी गर्दन पर कृपाण से हमला कर लिया.
सांस की नली कटने से बढ़ी परेशानी
ऐसे में घायल अवस्था में राजेंद्र सिंह को गुरु गोविंद सिंह अस्पताल में भर्ती कराया गया है. हालांकि, कृपाण की वजह से उनकी सांस की नली कट गई थी. ऐसे में ऑक्सीजन और दर्द की दवा देने के बाद भी जब उन्हें आराम नहीं हुआ तो डॉक्टरों ने उन्हें बेहतर इलाज के लिए पीएमसीएच भेज दिया, जहां डॉक्टरों द्वारा इलाज किए जाने के बाद वे फिलहाल खतरे से बाहर बताए जा रहे हैं.
घटना के संबंध में गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के महासचिव इंद्रजीत सिंह ने बताया कि मुख्य ग्रंथि ने खुद ही अपनी गर्दन में कृपाण मार लिया. उनकी मानें तो 75 वर्षीय राजेंद्र बीते कई दिनों से बीमार चले आ रहे हैं. इसी क्रम में वे गुरुवार की सुबह बाथरूम गए और तब ही कृपाण से गर्दन पर वार कर दिया. ऐसा उन्होंने क्यों किया, इसका कारण स्पष्ट नहीं है. उन्होंने कहा कि बीमार रहने के कारण वे काफी तनाव में रहते थे. ऐसी में संभावना है कि इसी वजह से उन्होंने ऐसा कदम उठाया है. हालांकि, वे ठीक होकर आएंगे तब ही सच्चाई सामने आएगी.
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