Patna News: अयांश के घर पहुंचे तेजप्रताप यादव, 16 करोड़ का लगना है इंजेक्शन, कही यह बड़ी बात
अयांश का इलाज बेंगलुरु के नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ मेंटल हेल्थ एंड न्यूरोसाइंसेज में चल रहा है. उसे 16 करोड़ के इंजेक्शन की जरूरत है. विधान परिषद में भी इस मामले को उठाया गया था.
पटनाः स्पाइनल मस्कुलर एट्रॉफी (एसएमए) से पीड़ित 10 महीने के बच्चे अयांश सिंह से मिलने के लिए रविवार को तेजप्रताप यादव उसके घर पहुंचे. इस दौरान उन्होंने अयांश के माता-पिता से बच्चे के बारे में जानकारी ली. उन्होंने बच्चे को गोद में भी लिया. अयांश और उसके परिवार से मिलने के बाद तेजप्रताप यादव ने ट्वीट कर तस्वीरें शेयर कीं और लोगों से मदद करने की अपील भी की.
तेजप्रताप यादव ने तमाम देशवासियों से हाथ जोड़कर प्रार्थना की और कहा कि बिहार के बेटे अयांश को जितना संभव हो सके उतनी सहायता राशि प्रदान करें. एक बड़ी बात कहते हुए तेजप्रताप ने कहा कि अयांश बिहार का बेटा है, उसे कुछ नहीं होने देंगे. मिलने के बाद उन्होंने आर्थिक मदद भी की. ट्वीट में तेजप्रताप यादव ने तस्वीरों के माध्यम से अयांश का बैंक डिटेल को भी शेयर किया और लोगों से ज्यादा से ज्यादा मदद करने की अपील की है.
आप तमाम देशवासियों से मेरा हाथ जोड़कर प्रार्थना है कि बिहार का बेटा आयांश को जितना संभव हो सके उतना सहायता राशि प्रदान करें।
— Tej Pratap Yadav (@TejYadav14) August 8, 2021
तस्वीरों के माध्यम से आयांश का BANK DETAILS आप सबों के साथ साझा कर रहा हूँ। pic.twitter.com/E8Y6Dcvqps
विधान परिषद में भी उठ चुका है अयांश का मामला
बता दें कि अयांश का मामला विधान परिषद में भी उठ चुका है. बीजेपी के संजय प्रकाश ने यह मामला उठाया था. उन्होंने कहा था कि अयांश एक ऐसी दुर्लभ बीमारी का शिकार है, जो विश्व में एक-दो लोगों को ही होती है. इस बच्चे के इलाज के लिए 16 करोड़ रुपये की लागत वाले विश्व के सबसे महंगे इंजेक्शन की जरूरत है. राज्य सरकार को इस मामले पर संज्ञान लेना चाहिए.
अयांश की मां नेहा सिंह ने कहा है कि जब उनका बच्चा दो महीने तक का था तो वह स्वस्थ था. उसके बाद हाथ-पैर हिलना बंद होने चिकित्सकों के अनुसार ये बीमारी एक लाख बच्चे में किसी एक को होता है. मेडिकल एक्सपर्ट की मानें तो इस बीमारी के लक्षण के साथ जन्म लेने वाले बच्चे ज्यादा से ज्यादा दो साल तक ही जिंदा रह पाते हैं. इसका अगर ठीक ढंग से इलाज हो जाए तो बच्चे को एक नया जीवन मिल सकता है. फिलहाल बच्चे का इलाज बेंगलुरु के नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ मेंटल हेल्थ एंड न्यूरोसाइंसेज में चल रहा है. उसे 16 करोड़ के इंजेक्शन की जरूरत है.
इस तरह आप भी कर सकते हैं अयांश की मदद
अगर आप अयांश को बचाने में अपना सहयोग देना चाहते हैं तो उनके पिता ने सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया में अयांश सिंह के नाम से खाता खुलवाया है. उसकी जिंदगी बचाने के लिए इस खाते पर मदद कर जो भी राशि चाहें वह भेज सकते हैं. नाम- Aayansh Singh, खाता संख्या- 5121176175, IFSC-CBIN0282384, बैंक का नाम- Central Bank of India.
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