पटनाः राजधानी पटना से सटे फुलवारीशरीफ के कुरकुरी गांव में पारिवारिक कलह में सोमवार की रात दो बच्चों को जहर देकर मारने का मामले सामने आया है. बच्चों की मां गंभीर हालत में है जिसका इलाज चल रहा है. एक बच्चे की उम्र चार साल तो दूसरे की डेढ़ साल थी. घटना के बाद से बच्चों का पिता फरार है. घर में दादा-दादी हैं जिनसे पुलिस ने पूछताछ की है. मंगलवार की सुबह घटना की जानकारी मिलने पर कुरकुरी गांव में लोग तरह-तरह की चर्चा करने लगे.


घटना की जानकारी मिलने के बाद मौके पर पहुंची फुलवारीशरीफ थाने की पुलिस ने दोनों बच्चों को लेकर एम्स पहुंची. यहां चिकित्सकों ने जांच के बाद दोनों को मृत घोषित कर दिया. इसके बाद डेड बॉडी को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया. वहीं ग्रामीणों की मदद से दोनों बच्चों की मां को इलाज के लिए फुलवारीशरीफ के ही एक निजी हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है.


टेंशन में रहती थी बहू


पुलिस बच्चों के दादा-दादी को हिरासत में लेकर थाना आई. दादा अलख सिंह ने पुलिस को बताया कि जिस समय घटना हुई वह अपनी दुकान पर थे. वहीं अलख सिंह की पत्नी का कहना है कि बहू हमेशा टेंशन में रहती थी. इधर, फुलवारीशरीफ थाने के सब इंस्पेक्टर मुमताज अहमद ने कहा कि सूचना मिलने के बाद मौके पर पुलिस पहुंची थी. बच्चों की मौत हो चुकी थी. मां इलाजरत है, उससे पूछताछ की जाएगी. दादा-दादी से पूछताछ की जा रही है. अभी मां बोलने की स्थिति में नहीं है. स्थिति ठीक होने के बाद जानकारी ली जाएगी.


कुरकुरी गांव के रहने वाले अलख सिंह के बेटे शैलेश की शादी बिड़ला कॉलोनी के रहने वाले सुधीर सिंह की बेटी बबली से हुई थी. शादी के बाद उनके दो बच्चे थे. शैलेश लोको पायलट है और गोमो (धनबाद) में पोस्टेड है. करीब एक महीने पहले ही पति-पत्नी ने अपने बेटे शिवम का एक स्कूल में नामांकन भी कराया था. खोजा इमली के पास शैलेश के पिता अलख सिंह का किराना स्टोर है. सोमवार की देर शाम शैलेश की पत्नी बबली और दोनों बेटे शिवम व ओम के जहर खाने की जानकारी गांव वालों को मिली तो पुलिस को इसके बारे में सूचना दी गई.



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