पटनाः मानसून की पहली बारिश में ही पटना में जल जमाव की स्थिति उत्पन्न हो गई है. कई इलाकों में बारिश का पानी भर गया है. लोगों को आवागमन करने में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. चंद घंटों की बारिश में पटना पानी पानी हो गया है. पटना का करबिगहिया इलाका पूरी तरह से बारिश के पानी में डूब गया है. पटना रेलवे स्टेशन के पीछे का यह इलाका है. रेलवे स्टेशन से निकलने वाले यात्रियों को ज्यादा दिक्कत हो रही है. ट्रैफिक जाम जैसी स्थिति है.


करबिगहिया, पाटलिपुत्र समेत कई इलाकों में लगा पानी


इसी रोड में कई जगह गड्ढे हैं. गाड़ियां पलट भी सकती हैं. वहीं रोड पर पानी इतना जमा है कि गड्ढे कहां-कहां है ये पता चलना मुश्किल है. नगर निगम की लापरवाही से कभी भी बड़ी घटना हो सकती है. वहीं पाटलिपुत्र पटना का वीआईपी इलाका है. यह इलाका भी बारिश के पानी से प्रभावित है. यहां काफी जलजमाव है. कई गाड़ियां पानी में फंस गईं. स्थानीय निवासी अभय नंदन ने कहा कि हर साल यहां यही हाल होता है. नाला जाम है. पानी का निकासी नहीं होता इसलिए बारिश होते ही जलजमाव हो जाता है. इसके अलावा कंकड़बाग और कई इलाकों में पानी जमा हो गया है.



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नगर निगम की खुली पोल


बता दें कुछ घंटों की बारिश ने ही पटना नगर निगम के दावों की पोल खोल दी है. मानसून से पहले नगर निगम ने दावा किया था कि इस बार जलजमाव की स्थिति नहीं होगी लेकिन हर साल की तरह इस बार भी नगर निगम के दावा फेल हो गया. मानसून आते ही लोगों को 2019 का दृश्य याद आने लगा है जब भारी बारिश के कारण पटना में बाढ़ आ गया था. पटना में बीते 24 घंटों के दौरान सर्वाधिक 126.5 मिमी वर्षा दर्ज की गई है.


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