Ram Kripal Yadav Firing Case: पटना के मसौढ़ी में बीजेपी प्रत्याशी राम कृपाल यादव पर हमला और फायरिंग मामले में पुलिस ने बड़ी कार्रवाई की है. पुलिस ने इस घटना में एक आरोपित विकास यादव को रविवार (02 जून) को गिरफ्तार किया है. घटना को लेकर राम कृपाल यादव ने एफआईआर दर्ज कराई थी. इसमें कुछ नामजद और अज्ञात को आरोपित बनाया गया है.


शनिवार (01 जून) की शाम करीब 7:30 बजे मसौढ़ी थाना क्षेत्र के तिनेरी गांव के पास रामकृपाल यादव पर हमला हुआ था. राम कृपाल यादव के लिखित आवेदन के आधार पर अखिलेश यादव, सूरज यादव, बिट्टू यादव, विकास यादव, गौतम यादव, आदित्य यादव, सत्येंद्र यादव, सागर यादव और सौंटी यादव को नामजद आरोपित बनाया गया है. ये सभी गोपालपुर मठ के ही रहने वाले हैं. इसके साथ ही 35 से 40 अज्ञात पर भी मामला दर्ज किया गया है. मारपीट, गाली-गलौज और काफिले पर फायरिंग का आरोप है.






इस घटना को गंभीरता से लिया गया है. फरार बदमाशों की गिरफ्तारी के लिए एक टीम का गठन किया गया है. फरार अभियुक्तों की गिरफ्तारी के लिए लगातार छापेमारी की जा रही है.


गिरिराज सिंह ने की सुरक्षा बढ़ाने की मांग


उधर इस घटना को लेकर सियासी बवाल शुरू हो गया है. केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने कहा है कि यह नहीं मालूम था कि हारने के कारण लालू यादव के युवराज अब बिहार में गुंडागर्दी का राज भी कायम करने की कोशिश कर रहे हैं. जिस ढंग से हमला हुआ महादेव की दया से राम कृपाल यादव बच गए नहीं तो उनकी मृत्यु भी हो सकती थी. वह बिचारे बिना हथियार के चलते हैं. राम कृपाल यादव की सुरक्षा भी बढ़ानी चाहिए.


वहीं बीजेपी के मंत्री और वरिष्ठ नेता कैलाश विजयवर्गीय ने भी रविवार को पटना पहुंचने के बाद लालू राज की याद दिलाते हुए हमला बोला. बता दें कि राम कृपाल यादव पाटलिपुत्र से चुनाव लड़ रहे हैं. उनकी लड़ाई आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव की बेटी मासी भारती से है. मीसा भारती भी पाटलिपुत्र से चुनाव लड़ रही हैं.


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