Prashant Kishor: जन सुराज के सूत्रधार प्रशांत किशोर के घर शुक्रवार (27 दिसंबर) की सुबह पटना पुलिस पहुंची. दरअसल बीते गुरुवार (26 दिसंबर) को प्रशांत किशोर ने कहा था कि अभ्यर्थी अगर मार्च करते हैं तो वो उनके साथ चलेंगे. लाठी खाने के लिए आगे रहेंगे. पुलिस के पहुंचने के बाद पत्रकारों से बातचीत में प्रशांत किशोर ने बताया कि आखिर पुलिस क्यों उनके घर पहुंची थी.
प्रशांत किशोर ने कहा, "वो घबराए हुए हैं कि हम लोग मार्च पर ना निकल जाएं. प्रशासन तो घबराहट में आया है. पीके ने कहा कि अगर उनको कोई डर ही नहीं है, कोई मतलब ही नहीं है या कोई मामला ही नहीं है तो फिर पुलिस प्रशासन को क्यों लगा रहे हैं? सरकार से मुख्यमंत्री से मैं आग्रह करूंगा कि छात्रों की वेदना का संज्ञान लें. खुद मिलें या नहीं मिल सकते हैं तो एक प्रतिनिधिमंडल बना दें जो छात्रों की मांगों पर बात कर ले. चार लाख छात्रों के जीवन का सवाल है. वो यहां धरना पर बैठे हैं. उनको खाने की और रहने की व्यवस्था नहीं है. आप यहां बंगले में बैठकर फरमान जारी कर रहे हैं. लाठी चलवा रहे हैं. अगर ऐसा होगा तो बिल्कुल उसका विरोध होगा."
प्रशांत किशोर ने कहा, "2.5 साल से मैं बिहार में हूं, गांव-गांव घूम रहा हूं, लेकिन किसी भी धरना-प्रदर्शन या मार्च में हम लोग कभी हिस्सा नहीं लेते हैं. कल (गुरुवार) मैं सिर्फ इसलिए गया था कि छात्रों का क्या मुद्दा है. जिस तरह से सड़क पर उन्हें बर्बरता से मारा गया, एक गरीब घर के बच्चे सोनू ने आत्महत्या कर ली. इस पर ना सरकार का बयान है ना उस परिवार की मदद का प्रयास किया गया. मुझे बताया गया है कि अभी भी चार बच्चे पीएमसीएच में भर्ती हैं जो पुलिस की लाठी से घायल हुए थे. मैं कल इस भावना से गया था कि छात्र अपने आप को अकेलना न समझें."
नीतीश कुमार पर बरसे प्रशांत किशोर
पीके ने कहा कि अगर नीतीश कुमार बिहार में लोकतंत्र को लाठीतंत्र में परिवर्तित करना चाहते हैं तो ऐसा नहीं होने दिया जाएगा. छात्र अगली बार जब रोड पर खड़े होंगे तो प्रशांत किशोर, जन सुराज और हम लोगों के सारे साथी जो लोकतंत्र की इन भावनाओं का कद्र करते हैं हम लोग पूरी ताकत के साथ छात्रों के संग खड़े होंगे.
आगे प्रशांत किशोर ने कहा कि हर दूसरे दिन लाठी चल रही है और नीतीश कुमार को पता ही नहीं चल रहा है. जब भी छात्र मार्च पर निकलेंगे तो वो मार्च लोकतांत्रिक तरीके से हो, शांतिपूर्ण तरीके से हो तो उस मार्च की अगुवाई करने के लिए प्रशांत किशोर और जन सुराज के साथी साथ चलेंगे. हम लोग ये देखना चाहते हैं कि पुलिस लाठी कैसे चलाती है.
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