पटना: राजेंद्र नगर टर्मिनल (Rajendra Nagar Terminal) स्टेशन के प्रबंधक को तीन नवंबर को एक धमकी भरा पत्र मिला था जिसके बाद पटना रेल प्रशासन में हड़कंप मच गया था. रेल प्रशासन की नींद भी उड़ गई थी. धमकी भरा पत्र भेजकर डेढ़ करोड़ की राशि मांगी गई थी. पत्र में लिखा गया था कि रुपया नहीं देने पर वंदे भारत, राजधानी एक्सप्रेस और जन शताब्दी को उड़ा दिया जाएगा. पत्र में यह भी लिखा गया था कि नॉर्थ एक्सप्रेस एक्सप्रेस का हाल तो आप लोगों ने देखा है, उससे भी बुरा होगा. अब इस मामले में पुलिस तह तक पहुंच गई है.


हालांकि पुलिस को अभी भी पूरी तरह सफलता नहीं मिली है. इस मामले की जानकारी देते हुए पटना रेल एसपी अमृतेंदु शेखर ठाकुर ने एबीपी न्यूज़ से बात करते हुए कहा कि प्रथम दृष्टया में यह पूरा मामला दो शिक्षकों की लड़ाई के बीच का लग रहा है. इसमें एक-दूसरे को फंसाने को लेकर पत्र भेजा गया है, लेकिन अभी जांच चल रही है.


लोहिया नगर डाकघर से भेजा गया पत्र


रेल एसपी ने कहा कि पत्र में मोबाइल नंबर भी था. जांच के बाद पता चला कि पत्र को पटना के लोहिया नगर डाकघर से भेजा गया है. मोबाइल नंबर की जांच की गई तो वह राम कृष्ण नगर के एक शिक्षक कमलदेव प्रसाद का निकला. टीम ने सबसे पहले कमलदेव प्रसाद से पूछताछ शुरू की. कमलदेव ने बताया कि उनकी दुश्मनी पटना सिटी के जलान स्कूल में कार्यरत शिक्षक अनुज किशोर से है. कहीं उसी ने ऐसे धमकी भरा पत्र भेजा होगा.


दोनों शिक्षकों की राइटिंग का हो रहा मिलान


अमृतेंदु शेखर ठाकुर ने बताया कि कमलदेव के बयान पर टीम अनुज किशोर के घर कुम्हरार पहुंची. अनुज से पूछताछ की गई तो उसने पत्र भेजने से इनकार कर दिया. उन्होंने बताया कि दोनों से पूछताछ की जा रही है. दोनों की राइटिंग का मिलान भी किया गया है. अनुज किशोर पर संदेह है. अनुज किशोर की राइटिंग कुछ मिल रही है, लेकिन टीम को जांच के लिए भेजा गया है. फिलहाल दोनों को छोड़ दिया गया है. अभी किसी की गिरफ्तारी की बात नहीं की जा सकती है.


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