Patna Gold Robbery Case: पटना लूटकांड का खुलासा, जहानाबाद के स्वर्ण व्यवसायी ने रची थी साजिश, पढ़ें- क्या थी पूरी प्लानिंग
एसएसपी ने बताया कि हमें जानकारी मिल गई थी कि पकड़े गए लुटेरे पटना में ही हैं. ऐसे में हमने सभी को गिरफ्तार किया. इनके पास से पांच बाइक, एक इऑन कार के अलावे एक फॉर्च्यूनर कार भी बरामद की गई है.
पटना: बिहार की राजधानी पटना के बाकरगंज में शुक्रवार को एस एस ज्वेलर्स में हुए लूट कांड का सोमवार को बिहार पुलिस ने उद्भेदन किया. वहीं, लूटे गए करोड़ों रुपये के स्वर्ण आभूषण और नगदी समेत चार आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. बता दें कि गांधी मैदान से सटे बाकरगंज में दिन के 2:30 बजे के आसपास लूट की बड़ी वारदात को अंजाम दिया गया था. घटना के बाद से पुलिस लगातार छापेमारी कर रही थी. इसी क्रम में पुलिस ने 50 घंटे के अंदर पूरे मामले का खुलासा कर दिया है.
स्वर्ण व्यवसायी ने रची थी साजिश
पुलिस की मानें तो पूरे लूटकांड का मास्टरमाइंड जहानाबाद जिला निवासी स्वर्ण व्यवसायी नितेश है, जो जिले में राजलक्ष्मी ज्वेलर्स नामक खुदरा सवर्ण आभूषण का दुकान चलाता है. लूटकांड के लिए एक महीने पहले से प्लानिंग की जा रही थी. हालांकि, घटना के दिन ही पुलिस ने साधु नामक एक अपराधी को बाइक, पिस्टल और तीन किलो सोने के साथ गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था.
साधू से पूछताछ के दौरान पुलिस को घटना में शामिल अन्य लोगों की जानकारी मिली और उसी आधार पर कार्रवाई करते हुए पुलिस ने पूरे मामले का खुलासा किया है. एसएससी मानव जीत सिंह ढिल्लो ने बताया कि घटना में कुल पांच लोग शामिल थे, जिसमें चार लोग घटनास्थल पर पहुंचे थे. वहीं, मास्टरमाइंड नितेश जहानाबाद में ही था, वह घटनास्थल पर नहीं आया था. फिलहाल पुलिस ने इस मामले के मास्टरमाइंड नितेश, सोनू, आकाश और राजू केवट समेत चार लोगों को गिरफ्तार किया है. वहीं, लूट का छह किलो सोना भी बरामद किया है. इसके साथ ही 4 लाख 32 हजार रुपये भी जब्त किए गए हैं.
लूट का सीढ़े नौ किलो सोना बरामद
बता दें कि लूट कांड में अब तक साढ़े नौ किलो सोना बरामद हो चुका है. हालांकि, लूट के बाबत जो एफआईआर दर्ज की गई थी, उसमें 35 किलो सोना और 14 लाख नकद लूट होने की बात लिखी गई है. इस संबंध में एसएसपी का कहना है कि व्यवसायी से सोने के कागजात प्रस्तुत करने को कहा गया है.
एसएसपी मानवजीत सिंह ने बताया कि हमें जानकारी मिल गई थी कि पकड़े गए लुटेरे पटना में ही हैं. हमने वैज्ञानिक अनुसंधान करते हुए सभी को गिरफ्तार किया. इनके पास से पांच बाइक, एक इऑन कार के अलावे एक फॉर्च्यूनर कार बरामद की गई है, जिसमें भारत सरकार का बोर्ड लगा हुआ है. उसमें अशोक स्तंभ का निशान है, जो लगाना पूरी तरह गैरकानूनी है. यह फॉर्चूनर कार 27 अक्टूबर को कोतवाली थाना क्षेत्र से चोरी हुई थी. एसएसपी के मुताबिक सभी लुटेरे सोना लेकर इसी गाड़ी से छत्तीसगढ़ जाने वाले थे. एसएसपी की मानें तो अशोक स्तंभ का इस्तेमाल करने पर अलग से कार्रवाई की जाएगी.
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