पटना: सिखों के दूसरे सबसे बड़े तख्त राजधानी पटना के श्री हरमंदिर जी, पटना साहिब (Shri Harmandir Ji Patna Sahib) और सिखों के सर्वोच्च श्री अकाल तख्त साहिब (Shri Akal Takht Sahib) के बीच अब ठन गई है. शुक्रवार को तख्त श्री हरिमंदिर जी पटना साहिब के पंच प्यारों (Panch Pyaro) ने श्री अकाल तख्त साहिब के छह दिसंबर के फैसले को रद्द करते हुए कई बिंदुओं पर दो दिनों के अंदर स्पष्टीकरण मांगा है. वहीं, इस बीच तख्त श्री हरिमंदिर जी पटना साहिब में महासचिव सरदार इंद्रजीत सिंह और संगत आशीष कपूर के बीच तनातनी हो गई. दोनों पक्षों ने चौक थाना में शुक्रवार को आवेदन देकर धक्कामुक्की और हमले का आरोप लगाया है.



श्री हरिमंदिर जी पटना साहिब विवाद


बिहार के तख्त श्री हरिमंदिर जी पटना साहिब और पंजाब के श्री अकाल तख्त साहिब के बीच विवाद शुरू हो गया है. तख्त श्री हरिमंदिर जी पटना साहिब में शुक्रवार को पंज प्यारों ने बैठक कर बीते छह दिसंबर को अकाल तख्त के जत्थेदार की ओर से जारी हुकूमनामा को रद्द करने की घोषणा करते हुए चुनौती दी. तख्त साहिब के पंच प्यारों ने अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार से जवाब देने को कहा. इससे पहले पंच प्यारों की ओर से कार्यकारी जत्थेदार ज्ञानी बलदेव सिंह की अध्यक्षता में पंच साहिबानों की बैठक हुई, जिसमें वरीय मीत ग्रंथी गुरदयाल सिंह, ग्रंथी परशुराम सिंह, ग्रंथी जसंवत सिंह, ग्रंथी अमरजीत सिंह शामिल हुए. पंच प्यारों ने जारी हुकुमनामा में कहा कि तख्त पटना साहिब के कर्मचारियों पर नशा करने का झूठा आरोप लगा कर उनका अपमान किया गया है.


पंच प्यारों ने जताई है आपत्ति


पंच प्यारों के हुकुमनामा में कहा गया कि पटना साहिब के संविधान के अनुच्छेद 79 के अनुसार कोई भी धार्मिक मुद्दा पर समूह प्रबंधक कमेटी लिखित तौर पर जब तक नहीं देती है, तब तक अकाल तख्त दखल नहीं दे सकता है. तख्त साहिब में चली आ रही पुरातन मर्यादा के अनुसार सेवाएं प्रदान होता है. यहां मर्यादा के विपरित आदेश का अनुपालन नहीं होगा. पंच प्यारों ने पंथ से निष्कासित रणजीत सिंह के पद में जत्थेदार शब्द लगाए जाने और पांच सदस्यीय कमेटी बनाने पर भी पंच प्यारों ने आपत्ति जताई है. इसके अलावा कार्यकारी जत्थेदार बलदेव सिंह पर टिप्पणी करने पर भी पंच प्यारों ने आपत्ति जतायी है. 


धार्मिक मोर्चा का धरना समाप्त


वहीं, पंच प्यारों ने अकाल तख्त साहिब के निर्णय को रद्द करते हुए लागू नहीं किए जाने की बात कही. यहां तक कहा कि अब से तख्त श्री हरिमंदर जी, पटना साहिब में किसी तरह के फैसले में कोई आदेश जारी नहीं करेंगे, अगर ऐसा होता है तो यह उचित नहीं होगा. इससे शुक्रवार को हुकुमनामा आने के बाद धार्मिक मोर्चा का धरना भी समाप्त हो गया.


जांच कर होगी कार्रवाई- थानाध्यक्ष


इस मामले को लेकर स्थानीय संगत आशीष कपूर का कहना है कि कि महासचिव इंद्रजीत सिंह पुत्र और साथियों के साथ आ रहे थे उसी वक्त म्यान से तलवार खींच कर उन पर जानलेवा हमला की चेष्टा की गयी, जबकि महासचिव सरदार इंद्रजीत सिंह ने इस आरोप का खंडन किया. उन्होंने कहा कि अकाल तख्त के हुकूमनामा के आलोक में वह दरबार साहिब से कीर्तन सुन कर आ रहे थे, तभी आशीष कपूर ने हमला कर दिया. वहीं, चौक थाना के प्रभारी थानाध्यक्ष रमेश कुमार ने बताया कि दोनों पक्ष की ओर से लिखित आवेदन दिया गया है, जिसका सत्यापन करा मामला दर्ज कर कार्रवाई की जाएगी. पुलिस सीसीटीवी को भी खंगाल रही है.