पटना: बिहार की राजधानी पटना से सटे फतुहा में गुरुवार को बेटे को बचाने पहुंची मां को अपनी जान गंवानी पड़ी. घटना थाना क्षेत्र के बुद्धदेव चक गांव की है, जहां बच्चों का विवाद इतना बढ़ गया कि वे आपस में मारपीट करने लगे. इधर, अपने बेटे को झगड़ा करते देख वृद्ध महिला बीच बचाव में पहुंची, जहां गोली लगने के कारण उसकी मौत हो गई. घटना की सूचना पाकर फतुहा थाना की पुलिस मौके पर पहुंची और लाश को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए पटना भेज दिया. 


पुराने विवाद में घटना को दिया अंजाम


घटना के बाद से गांव में तनाव की स्थिति बनी हुई है. बताया जाता है कि बुद्धदेवचक और पड़ोसी गांव मोमिंदपुर के दो गुटों में पुराने विवाद को लेकर पूरी घटना को अंजाम दिया गया है. पीड़ित मोमिंदपुर निवासी बिंदेश्वर सिंह के अनुसार उसके बेटे तेजू पर विरोधी गुटों ने अचानक हमला बोल दिया, जिससे वो घायल हो गया. इस बात की सूचना मिलते ही उसकी मां श्रीपति देवी बेटे को छुड़ाने दौड़ी. आरोप है कि तभी विरोधी गुट की ओर से चलाई गई गोली महिला की गर्दन में गोली लग गई.


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महिला के गिरते ही मची अफरातफरी


गोली लगते ही महिला गिर गई, जिससे घटनास्थल पर अफरातफरी मच गई. आनन फानन में परिजन महिला को लेकर फतुहा अस्पताल पहुंचे, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया. घटना की जानकारी मिलते ही फतुहा पुलिस अस्पताल पहुंची और लाश को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए पटना भेज दिया. वहीं, पुलिस ने घटनास्थल पर जाकर ग्रामीणों से भी पूछताछ कर घटना की पूरी जानकारी ली.


इस मामले में पुलिस ने कुछ लोगों को हिरासत में लिया है, जिनसे पूछताछ चल रही है. हालांकि, स्थानीय प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि मृतका श्रीपति देवी का बेटा तेजू गांव में अपने दोस्तों से बातचीत कर रहा था. वहां पर विरोधी गुट के भी लड़के थे. किसी बात को लेकर बहस हुई और फिर इलाका रणक्षेत्र में बदल गया. इसी बीच तेजू की मां उसको छुड़ाने गई. लेकिन फायरिंग की चपेट में आने से उसकी मौत हो गई.


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