पटना: फुलवारी शरीफ टेरर मॉड्यूल मामले (Patna Terror Module Case) की जांच अब राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) के हवाले कर दी गई है. सूत्रों के अनुसार, गृह मंत्रालय के आतंकवाद और कट्टरपंथ विरोधी विभाग के तरफ से आदेश जारी होने के बाद प्राथमिकी दर्ज हुई है. एनआईए ने यूएपीए (UAPA) के तहत प्राथमिकी दर्ज की है. साथ ही मामले की जांच भी शुरू कर दी है. सूत्रों का कहना है कि इस मामले में कल रविवार को बड़ी कार्रवाई हो सकती है.
फुलवारी शरीफ मामले में आतंकी संगठनों से जुड़े लोग, आतंक को पनाह देने वाले लोग और आतंकियों को मदद पहुंचाने वाले सभी लोग एनआईए की रडार पर हैं. जिन लोगों की मदद से फुलवारी शरीफ में आतंकी मॉड्यूल खड़ा किया गया था वह सभी जांच एजेंसी के निशाने हैं. संदिग्ध आतंकियों को किराया पर घर देने वाले मकान मालिकों, खाना पहुंचाने वाले, संदिग्ध आतंकियों ने जहां-जहां से खरीदारी की है, वे सभी एनआईए के जांच के दायरे में आ सकते हैं. नामजद संदिग्ध आतंकियों के परिजनों पर भी एनआईए की विशेष नजर रहेगी.
अंतरराष्ट्रीय कनेक्शन का हुआ है खुसाला
फुलवारी शरीफ मामले का अंतरराष्ट्रीय कनेक्शन सामने आने और आतंकी संगठनों से जुड़े होने का खुलासा होने के बाद से अब एनआईए इस मामले को काफी गंभीरता से ले रही है. हर एक गतिविधि पर उसकी नजर है. वैसे फुलवारी शरीफ टेलर मॉड्यूल (पीएफआई की आड़ में आतंकी ट्रेनिंग) एवं गजवा ए हिंद मामले में एनआईए शुरू से ही पुलिस को जांच में सहयोग कर रही थी.
21 नामजद अब भी फरार
बता दें कि फुलवारी शरीफ मामले में 26 लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई थी, जिसमें से पांच लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है. इस मामले के 21 नामजद अब भी फरार हैं. इन नामजद संदिग्ध आतंकियों की तलाश में एनआईए बिहार के सीमांचल सहित अन्य जिलों में छापेमारी जल्द शुरू कर सकती है. फरार नामजद आतंकियों को पकड़ना एनआईए की प्राथमिकता में है.
ये भी पढ़ें- RJD Politics: जगदानंद सिंह ने RSS और PFI को बताया एक जैसा, पूछा- पाकिस्तान में बात करने वाला देशद्रौही कैसे?