Patna Terror Module: टैलेंट सर्च प्रोग्राम के जरिए मुस्लिम युवाओं को आतंक का पाठ पढ़ा रहा था PFI, दोहा से होती थी फंडिंग
2047 तक भारत को मुस्लिम राष्ट्र बनाने के मकसद से बिहार में पीएफआई टैलेंट सर्च प्रोग्राम कराता था. इसके जरिए वैसे मुस्लिम युवाओं की तलाश की जाती थी जिनकी सोच कट्टरपंथ से मिले.
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पटना: फुलवारी शरीफ टेरर मॉड्यूल मामले की जांच में खुलासा हुआ है कि 2047 तक मुस्लिम राष्ट्र बनाने के मकसद से पीएफआई (PFI) बिहार में अपने संगठन और नेटवर्क को मजबूत करने में लगा हुआ था. फुलवारी के अहमद पैलेस से पीएफआई की आड़ में आतंकी ट्रेनिंग देने के आरोप में गिरफ्तार अतहर परवेज को इसकी जिम्मेदारी दी गई थी. वह टैलेंट सर्च प्रोग्राम (Talent Search Program) के जरिए बिहार में अधिक से अधिक लोगों को पीएफआई से जोड़ रहा था. टैलेंट सर्च प्रोग्राम की आड़ में डिबेट और सेमिनार का आयोजन विभिन्न मदरसों और अन्य जगहों पर होता था, जिसके जरिए वैसे लोगों की तलाश की जाती थी जिनकी सोच पीएफआई की कट्टरपंथी सोच से मिले. फिर उन लोगों को पीएफआई में शामिल कर उनका ब्रेनवॉश किया जाता था.
बता दें कि 28 मई को पटना के गांधी मैदान के पास स्थित आईएमए हॉल में पीएफआई से जुड़ी संस्था NCHRO की ओर से कैपिटलिज्म इन फासिज्म (Capitalism in Fascism) विषय पर सेमिनार का आयोजन किया गया था. विषय तो था कैपिटलिज्म इन फासिज्म, लेकिन इसके पीछे का मकसद बहुत ही खतरनाक था. उद्देश्य था कि वैसे लोगों की तलाश की जाए जो पीएफआई के काम आ सकें. ताकि उन लोगों को पीएफआई से जोड़कर देश विरोधी अभियान में लगाया जा सके.
टैलेंट सर्च प्रोग्राम के लिए विदेश से होता है फंडिंग
सूत्रों से जानकारी मिली है कि टैलेंट सर्च प्रोग्राम के लिए पीएफआई और उससे जुड़ी संस्थाओं को फंडिंग विदेश से होता है. दोहा की रास लाफेल संस्था टैलेंट सर्च प्रोग्राम के लिए पीएफआई और उससे जुड़ी संस्थाओं को फंडिंग करती है. बिहार में इस तरह के कई और भी कार्यक्रम होने थे, लेकिन उसके पहले ही 11 जुलाई को फुलवारी शरीफ टेरर मॉड्यूल का खुलासा हो गया.
28 मई को IMA हॉल में करीब 5 घंटे तक चला था सेमिनार
इस संबंध में और जानकारी लेने के लिए पटना के आईएमए हॉल में शनिवार को ABP न्यूज़ की टीम पहुंची. उस हॉल में भी गई जहां 28 मई को सेमिनार का आयोजन हुआ था. वहां के कर्मचारियों ने ABP न्यूज को रजिस्टर में वो लेटर भी दिखाया जो पीएफआई की संस्था NCHRO ने अपने लेटर पैड पर हॉल के सचिव को बुकिंग के संबंध में लिखा था. कार्यक्रम 28 मई को दोपहर 2 बजे से शाम 7 बजे तक चला था.
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