पटना: राजधानी के पटना विश्वविद्यालय छात्र संघ चुनाव में पांच में से चार पदों पर छात्र जेडीयू ने कब्जा जमाया है. जेडीयू के आनंद मोहन ने अध्यक्ष पद पर जीत दर्ज की है. इसको लेकर जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह (Lalan Singh) ने रविवार को छात्रों को बधाई दी. साथ ही यह भी बताया है कि इस चुनाव में जेडीयू का दबदबा क्यों रहा? उन्होंने इसके पीछे का कारण मुख्यमंत्री नीतीश और बिहार सरकार को बताया. ललन सिंह ने कहा कि छात्रसंघ चुनाव का परिणाम यह दर्शाता है कि मुख्यमंत्री नीतीश आज भी छात्रों में पॉपुलर हैं. बिहार में युवाओं के लिए रोजगार सृजन हो रहा. नियुक्ति पत्र बांटे जा रहे. छात्र और नौजवान सरकार के प्रति अपना विश्वास रखते हैं. बिहार की महागठबंधन सरकार नीतीश और तेजस्वी के नेतृत्व में नौजवानों के लिए सोचती है.


‘मुख्यमंत्री नीतीश कुमार आज भी छात्रों में पॉपुलर’


ललन सिंह ने कहा कि वह पटना विश्वविद्यालय के छात्रों को भी बधाई देते हैं कि उन्होंने इस बार के चुनाव में सही उम्मीदवारों का चयन किया है. पटना विश्वविद्यालय का ये छात्र संघ चुनाव इस बात को दर्शाता है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार आज भी छात्रों और नौजवानों के बीच पॉपुलर हैं. यहां रोजगार सृजन हो रहा है. यह सबसे बड़ा कारण है कि छात्र नौजवान सरकार के प्रति अपना विश्वास रखते हैं. दूसरी तरफ अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के सभी एक को छोड़कर सभी पराजित हुए. यह इस बात को दर्शाता है कि देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जो बेरोजगारी दूर करने के लिए प्रतिवर्ष रोजगार देने का वादा किया था वह पूरा नहीं हुआ है. 


केंद्र जॉब को लेकर कुछ भी नहीं कहना चाहती


आज की तारीख में भी कोई रोजगार सृजन की दिशा में कार्रवाई नहीं हो रही है. रोजगार घट रहे हैं. निजीकरण हो रहा है और केंद्र सरकार रोजगार सृजन पर कोई चर्चा भी नहीं करना चाहती है. महंगाई बेरोजगारी यह ज्वलंत समस्याएं हैं जिस पर कोई चर्चा नहीं हो रही है. इसलिए जब से बिहार में महागठबंधन की सरकार बनी, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और तेजस्वी यादव के नेतृत्व में सरकार चल रही है. सरकार प्रत्येक दिन लगभग पत्र बांट रही है. यह इस बात को दर्शाता है कि बिहार सरकार रोजगार के प्रति और युवाओं के लिए सचेत है. इसी वजह से पटना विश्वविद्यालय छात्र संघ चुनाव में हमारे उम्मीदवार जीते हैं.


‘बिना मतलब की बातों का जवाब नहीं दिया जाता’


संजय जायसवाल और सुशील मोदी लगातार बयान दे रहे हैं. इसको लेकर ललन सिंह ने कहा कि उनकी बातों का हम कितना जवाब दें. संजय जायसवाल और सुशील मोदी के बीच प्रतिस्पर्धा चलती है. आज वह कुछ बोलेंगे तो कल वह कुछ और बोलेंगे. कितना हम उनका जवाब देते रहें. बिना मतलब की बातों का जवाब नहीं दिया जाता. किसी मतलब की बात करें तो जवाब हम देंगे. इधर, पटना विश्वविद्यालय छात्र संघ चुनाव का रिजल्ट सब कुछ बता रहा है.


‘महागठबंधन की सरकार भारी बहुमत से जीतेगी’


कुढ़नी उपचुनाव के प्रचार प्रसार में मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री के कार्यक्रम पर ललन सिंह ने कहा कि सभी अपना अपना कार्यक्रम बनाएंगे. प्रचार-प्रसार करने जाएंगे. महागठबंधन की सरकार भारी बहुमत से जीतेगा. एआईएमआईएम द्वारा प्रत्याशी उतारने पर उन्होंने कहा कि सभी को हक है प्रत्याशी उतारने का, लेकिन वहां की जनता जानती है कि कौन हमारा काम करेगा.


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