पटना: वन एवं पर्यावरण मंत्री तेज प्रताप यादव ने पटना जू के 50 वर्ष पूरे होने पर पौधे लगाए. इस मौके पर तेज प्रताप यादव ने रविवार (8 अक्टूबर) को 'हूलॉक गिब्बन एनक्लोजर' का उद्घाटन किया. बिना पूंछ वाला हूलॉक गिब्बन भारत में पाया जाने वाला एकमात्र वानर है जिसे असम से लाया गया है. इसे आमजनों को देखने के लिए जू में छोड़ दिया गया है. वहीं, इस मौके पर मंत्री तेज प्रताप यादव ने कहा कि I.N.D.I.A गठबंधन जब से बना है अच्छे से काम कर रहा है और लोगों को दिख भी रहा है. वन विभाग में नए-नए तरीके से काम भी हो रहा है. 


संजय गांधी जैविक उद्यान के पूर्व निदेशकों को किया सम्मानित


इस कार्यक्रम में मंत्री तेज प्रताप यादव मुख्य अतिथि के रूप में पहुंचे थे. उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (X) पर तस्वीरें भी शेयर की हैं. एक्स पर लिखा- "हूलॉक गिब्बन एनक्लोजर का उदघाटन एवं इसे आमजनों हेतु लोकार्पित किया. साथ ही "एशियन वाटर बर्ड सेंसस 2023, वाटर बर्ड ब्रीडिंग सेंटर विक्रम शीला गैगेंटिक डॉल्फिन सेंचुरी बिहार के द्वितीय वार्षिक प्रतिवेदन और ब्रॉशर, बिहार बर्ड रिंगिंग एंड मॉनिटरिंग स्टेशन, भागलपुर के कार्यों पर बने ब्रॉशर का विमोचन किया एवं संजय गांधी जैविक उद्यान, पटना के पूर्व निदेशकों को सम्मानित किया." इस दौरान तेज प्रताप ने लोगों से अपील करते हुए कहा, "आप सभी से अनुरोध है कि पशु-पक्षी, पेड़-पौधों के संरक्षण में अपनी सहभागिता निभाएं, यह हमारे जीवन चक्र को संतुलित बनाए रखने के लिए आवश्यक है."



असम जू से लाया गया है एक नर और एक मादा हूलॉक गिब्बन


बताया जाता है कि डॉक्टरों और वन्य प्राणी विशेषज्ञों की टीम ने हूलॉक गिब्बन को सेलेक्ट कर पटना जू लाया है. पटना जू में हूलॉक गिब्बन को लाने से पहले केज तैयार करने का करार किया गया था. केज बनने के बाद असम जू से एक नर और एक मादा हूलॉक गिब्बन लाया गया है. पटना जू के विजिटर्स को हूलॉक गिब्बन देखने को अब मिलेगा. बता दें कि बिना पूंछ वाला हूलॉक गिब्बन भारत में पाया जाने वाला एक मात्र वानर है.


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