सिवानः महाराजगंज में डबल मर्डर के बाद शुक्रवार को लोगों ने जमकर बवाल किया. परिजन और आक्रोशित लोगों ने महाराजगंज-मांझी-बरौली मुख्य पथ को जाम कर दिया और रुकुंदीपुर शनिचरा स्थान के पास आगजनी की. इस दौरान पुलिस प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी भी की गई. लोगों ने मृतक के परिजनों को 50-50 लाख रुपया मुआवजा, आश्रितों को सरकारी नौकरी और अपराधियों को गिरफ्तार करने की मांग की.


गुरुवार की दोपहर अज्ञात अपराधियों ने महाराजगंज शहर में अंधाधुंध फायरिंग कर दो लोगों को मौत के घाट उतार दिया था. इस घटना में अन्य दो लोग भी अपराधियों की गोली से बुरी तरह जख्मी हो गए थे. एक व्यक्ति का इलाज सिवान के सदर अस्पताल में और दूसरे का पटना के पीएमसीएच में हो रहा है.


महाराजगंज में गोलीबारी का यह पहला मामला नहीं है. इससे पूर्व भी कई बार गोलीबारी और लूट जैसे वारदातों को अंजाम दिया जा चुका है. मृतकों की पहचान महराजगंज थाना क्षेत्र के मिश्रवलिया गांव निवासी सुदामा यादव और रुकुंदीपुर गांव निवासी अरमान अंसारी के रूप में की गई थी.


बदमाशों ने भागने के क्रम में की थी अंधाधुंध फायरिंग


अरमान अंसारी के दोस्त अशरफ अंसारी ने बताया था कि वह अपने दोस्त के साथ बाजार में गया था. इसी दौरान बाइक सवार अपराधी आए और ताबड़तोड़ फायरिंग करने लगे. आक्रोशित लोग अपराधियों को खड़देने लगे जिससे अपराधी दहशत फैलाने के लिए अंधाधुंध फायरिंग करने लगे और भागने लगे. फायरिंग की वजह से दो और लोगों को गोली लग गई जिससे वे घायल हो गए.


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