सुपौल: श्रम एवं रोजगार मंत्रालय भारत सरकार की घोषणा के बाद असंगठित श्रमिकों के मुफ्त निबंधन की जिम्मेवारी सीएसपी संचालकों को दी गई है. लेकिन बिहार के सुपौल जिले में ई-श्रम कार्ड बनाने के नाम पर सीएसपी संचालकों द्वारा अवैध वसूली करने का मामला सामने आया है. वसूली की शिकायत पर रविवार को श्रम विभाग के अधिकारी जांच के लिए मौके पर पहुंचे थे. लेकिन सीएसपी संचालकों ने उनके साथ बदसलूकी की, जिसके बाद सीएसपी संचालक पर त्रिवेणीगंज थाना में मामला दर्ज कराया गया है.


ग्रामीणों ने की थी शिकायत


त्रिवेणीगंज स्थित वीणा टेलीकॉम के सीएसपी संचालक नवीन कुमार द्वारा मटकुरिया गांव के दर्जनों ग्रामीणों से ई-श्रम कार्ड बनाने के नाम पर प्रति कार्ड एक सौ रुपये लिए जा रहे थे. इस बात की शिकायत कुछ ग्रामीणों ने श्रम विभाग के अधिकारियों को कर दी. शिकायत पाकर श्रम प्रवर्तन पदाधिकारी विधानचंद सिंह रविवार को त्रिवेणीगंज स्थित वीणा टेलीकॉम पर पहुंचे तो वहां संचालित सीएसपी के संचालक नवीन कुमार द्वारा जांच में सहयोग नहीं किया गया. बल्कि सरकारी कामों में बाधा पहुंचाते हुए किसी से नहीं डरने की बात कहते हुए अवैद्य वसूली करने की बात स्वीकार की.


थाने में दर्ज कराया मामला


ऐसे में श्रम प्रवर्तन पदाधिकारी द्वारा त्रिवेणीगंज थाना में अवैध वसूली और सरकारी कार्य में बाधा डालने का आरोप लगाते हुए प्राथमिकी दर्ज कराई गई है. दरअसल, असंगठित मजदूरों का भारत सरकार के निर्देश पर ई-श्रम कार्ड बनाया जा रहा है. जो आने वाले समय में मजदूरों के लिए वरदान साबित हो सकता है. लेकिन सीएसपी संचालक इस काम में धांधली कर सरकार के योजना पर पानी फेर रहे हैं. 


इस संबंध में त्रिवेणीगंज थानाध्यक्ष संदीप सिंह ने बताया कि श्रम प्रवर्तन पदाधिकारी द्वारा त्रिवेणीगंज थाना में सीएसपी संचालक के विरुद्ध अवैध वसूली और सरकारी कार्य में बाधा डालने का आरोप लगाते हुए प्राथमिकी दर्ज कराई गई है. मामला दर्ज कर लिया गया है. सभी आरोपों पर बारीकी से जांच की जा रही है. जांच के बाद अग्रेत्तर कार्रवाई की जाएगी.


यह  भी पढ़ें -


JDU की बैठक में सामने आई पार्टी की सच्चाई, दो गुटों में बंटे दिखे कार्यकर्ता, इस बात को लेकर हुई तू-तू मैं-मैं


उम्र में छोटे स्वास्थ्य मंत्री के सिविल सर्जन ने छुए पैर, तस्वीर वायरल होते ही लोगों ने दी ऐसी प्रतिक्रिया