नालंदा: पटना के फुलवारी शरीफ थाना क्षेत्र से पकड़े गए संदिग्ध आतंकियों के पास से मिले दस्तावेज के अनुसार इस मामले के तार अब बिहार के कई जिलों से जुड़ रहे हैं उसमें एक नालंदा भी शामिल है. फुलवारी शरीफ थाना पुलिस ने जांच करते हुए कई और लोगों को आरोपित किया है. एफआईआर के तीसरे नंबर में नालंदा मुख्यालय के बिहारशरीफ स्थित सोहसराय थाना क्षेत्र के मोहम्मद वसीमउद्दीन के पुत्र शमीम अख्तर का नाम भी सामने आया है. फिलहाल वह फरार है.


इससे पूर्व विधानसभा चुनाव के दौरान इसका नाम काफी सुर्खियों में रहा था. कई बार सरकार के खिलाफ होने वाले विरोध प्रदर्शन में इसकी अहम भूमिका रहती थी. वर्तमान में यह एसडीपीआई के प्रदेश अध्यक्ष पर कार्यरत है. फिलहाल पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है. इसकी गिरफ्तारी के बाद ही मामले का खुलासा हो पाएगा. शमीम 2020 में बिहार विधानसभा का चुनाव भी लड़ चुका है जिसमें उसकी हार हुई थी.


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पेंटागन टावर मामले में भी जुड़ चुका है तार


बता दें कि कुछ वर्ष पूर्व कागजी मोहल्ले से एक संदिग्ध आतंकी संगठन के सक्रिय सदस्य को आईबी की टीम ने गिरफ्तार किया था. इसके पूर्व अमेरिका में 2011 सितंबर में हुए वर्ल्ड ट्रेड सेंटर और पेंटागन टावर पर हुए आतंकी हमले का भी तार बिहारशरीफ से जोड़ा गया था, क्योंकि गिरफ्तार आरोपी का पासपोर्ट बिहारशरीफ के एक साइबर कैफे से नकली दस्तावेज के आधार पर बनाया गया था.


10 जून 2022 को शमीम अख्तर के नेतृत्व में बिहारशरीफ के बड़ी दरगाह स्थित मैदान से भारी संख्या में मुस्लिम समुदाय के लोगों ने नूपुर शर्मा (Noopur Sharma) के खिलाफ जुलूस निकाला था. इस दौरान शमीम अख्तर ने इस्लामिक झंडे के साथ-साथ एसडीपीआई के झंडे के साथ मुस्लिम समुदाय के लोगों ने पूरे शहर में जुलूस निकालकर अपना विरोध जताया था. यह भी कहा जा रहि है कि शमीम ने कई विवादित बयान भी दिए थे.


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