नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए बिहार में पेट्रोलियम क्षेत्र की तीन प्रमुख परियोजनाओं का लोकार्पण किया. इसमें पारादीप-हल्दिया-दुर्गापुर पाइपलाइन का बांका तक विस्तार, बांका में एलपीजी बॉटलिंग प्लांट और चंपारण में एलपीजी प्लांट का लोकार्पण किया.
अपने संबोधन में पीएम मोदी ने सबसे पहले बिहार के दिग्गज नेता रघुवंश प्रसाद सिंह को नमन किया. उन्होंने कहा, पहले मुझे एक दु:खद खबर आपके साथ शेयर करना है. बिहार के दिग्गज नेता श्रीमान रघुवंश प्रसाद सिंह हमारे बीच नहीं रहे हैं. मैं उनको नमन करता हूं. रघुवंश बाबू के जाने से बिहार और देश की राजनीति में शून्य पैदा हुआ है. रघुवंश जी जिन आदर्श को लेकर चले थे, जिनके साथ चले थे, उनके साथ चलना उनके लिए संभव नहीं रहा था."
पीएम मोदी ने संबोधन की खास बातें
- एक समय था जब बिहार में LPG गैस कनेक्शन होना बड़े संपन्न लोगों की निशानी होता था. जिसके घर गैस होती थी, वो माना जाता था कि बहुत बड़े घर-परिवार से है. लेकिन बिहार में अब ये अवधारणा बदल चुकी है.
- बिहार की कला, यहां का संगीत, यहां का स्वादिष्ट खाना, इसकी तारीफ तो पूरे देश में होती ही है. आप किसी दूसरे राज्य में भी चले जाइए, बिहार की ताकत, बिहार के श्रम की छाप आपको हर राज्य के विकास में दिखेगी.
- बिहार में बिजली की क्या स्थिति थी, ये जगजाहिर है. गांवों में 2-3 घंटे बिजली आ गई तो बहुत माना जाता था. शहरों में भी 8-10 घंटे से ज्यादा बिजली नहीं मिलती थी. आज बिहार के गांवों में, शहरों में बिजली की उपलब्धता पहले के मुकाबले कहीं ज्यादा हुई है.
- उज्जवला योजना की वजह से आज देश के 8 करोड़ गरीब परिवारों के पास भी गैस कनेक्शन मौजूद है. इस योजना से गरीब के जीवन में क्या परिवर्तन आया है, ये कोरोना के दौरान हम सभी ने फिर महसूस किया है.
- आज जब देश के अनेकों शहरों में CNG पहुंच रही है, PNG पहुंच रही है, तो बिहार के लोगों को पूर्वी भारत के लोगों को भी ये सुविधाएं उतनी ही आसानी से मिलनी चाहिए. इसी संकल्प के साथ हम आगे बढ़े.
- प्रधानमंत्री ऊर्जा गंगा योजना के तहत पूर्वी भारत को पूर्वी समुद्री तट के पारादीप और पश्चिमी समुद्री तट के कांडला से जोड़ने का भागीरथ प्रयास शुरु हुआ. करीब 3 हजार किमी लंबी पाइपलाइन से 7 राज्यों को जोड़ा जा रहा है जिसमें बिहार का प्रमुख स्थान है.
इस मौके पर बिहार के राज्यपाल फागू चौहान, राज्य के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान भी मौजूद थे. सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनी इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन (आईओसी) द्वारा निर्मित 193 किलोमीटर की दुर्गापुर-बांका पाइपलाइन खंड पारादीप-हल्दिया-दुर्गापुर पाइपलाइन विस्तार परियोजना का हिस्सा है. प्रधानमंत्री ने 17 फरवरी, 2019 को इसका शिलान्यास किया था.
दुर्गापुर-बांका खंड मौजूदा 679 किलोमीटर की पारादीप-हल्दिया-दुर्गापुर एलपीजी पाइपलाइन का बांका में नई एलपीजी बॉटलिंग संयंत्र तक विस्तार है. यह पाइपलाइन पश्चिम बंगाल, झारखंड तथा बिहार से गुजरती है. अभी इस लाइन में एलपीजी को आईओसी की पारादीप और हल्दिया रिफाइनरी की पाइपलाइन में डाला जाता है. इस पूरी परियोजना के पूर्ण होने के बाद यह सुविधा पारादीप आयात टर्मिनल और बरौनी रिफाइनरी से भी उपलब्ध होगी. इसके अलावा मोदी ने आईओसी के बांका के एलपीजी बॉटलिंग संयंत्र को भी राष्ट्र को समर्पित किया. इस परियोजना से बिहार और झारखंड की रसोई गैस की मांग को पूरा करने में मदद मिलेगी.
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