पटना: बिहार के मुखिया नीतीश कुमार (Nitish Kumar) ने पंजाब में हुई घटना को दुखद बताया है. उन्होंने गुरुवार को बयान जारी कर कहा कि नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) की पंजाब यात्रा के दौरान उनकी सुरक्षा में हुई चूक की घटना दुखद है. सुरक्षा व्यवस्था में चूक होने के कारण उनको अपनी यात्रा स्थगित कर वापस दिल्ली लौटना पड़ा. प्रधानमंत्री की सुरक्षा में इस तरह की चूक चिंताजनक, निंदनीय और दुर्भाग्यपूर्ण है.
सुरक्षा उपलब्ध कराना राज्यों का दायित्व
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्यों की यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री को सुरक्षा उपलब्ध कराना राज्यों का दायित्व है. प्रधानमंत्री की सुरक्षा में किसी भी प्रकार की शिथिलता नहीं होनी चाहिए. प्रावधानों के अनुसार पंजाब सरकार को सुरक्षा प्रोटोकॉल का कड़ाई से पालन सुनिश्चित करना चाहिए था. भविष्य में इस तरह की घटना की पुनरावृत्ति न हो, इसे ध्यान रखते हुए जांच के बाद दोषी लोगों को चिह्नित कर कड़ी कार्रवाई की जानी चाहिए.
आरजेडी ने याद दिलाई पुरानी बातें
इधर, मुख्यमंत्री के इस बयान पर आरजेडी ने उन्हें घेरा है. पार्टी ने ट्वीट कर कहा, " नीतीश कुमार दोहरे चरित्र के डरपोक मुख्यमंत्री हैं. इसी नीतीश कुमार के सीएम रहते 2013 में मोदी की हुंकार रैली, गांधी मैदान, पटना में बम विस्फोट हुए थे. नीतीश कुमार ने उस वक्त घटना की जिम्मेवारी क्यों नहीं ली थी. इसी सीएम नीतीश की गाड़ी पर 2018 में बक्सर में महादलितों ने पत्थर मारे थे."
बता दें कि सुरक्षा विवाद के बीच राष्ट्रीय जनता दल (RJD) ने पार्टी अध्यक्ष लालू यादव (Lalu Yadav) का पुराना वीडियो शयर कर पीएम मोदी पर हमला बोला है. आरजेडी ने लालू यादव का एक वीडियो जिसमें वो ये बोल रहे हैं कि आम आदमी की भी जान उतनी ही कीमती होती है, जितनी प्रधानमंत्री या मुख्यमंत्री की होती है को शेयर करते हुए कहा, " अब ये बात किसी अहंकारी को कौन समझाए कि 500 किसानों की जान की कीमत 500 PM के बराबर है. इसके लिए उन्हें 'किसी आत्ममुग्ध प्रधानमंत्री के लिए मरने की जरूरत नहीं.' बता दें कि सुरक्षा विवाद के बीच लालू यादव का पुराना वीडियो बड़ी तेजी से वायरल हो रहा है.
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