ABP न्यूज़ की मुहिम पर पीएम मोदी की मुहर, वीडियो शेयर कर युवा किसान की तारीफ में बोले- 'लोगों को प्रेरणा मिलेगी'
प्रधानमंत्री ने एबीपी न्यूज़ के कार्यक्रम नमस्ते भारत की एक वीडियो शेयर करके बिहार के सीतामढ़ी के जिज्ञासु सिंह की तारीफ की है.
नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी युवाओं के अच्छे काम की तारीफ करने से कभी पीछे नहीं हटते हैं. अगर कोई युवा लीक से हटकर कोई बेहतरीन काम करता है तो पीएम मोदी किसी न किसी माध्यम से देश के लोगों तक इस बात को पहुंचाते भी हैं. इस बार प्रधानमंत्री ने एबीपी न्यूज़ के कार्यक्रम नमस्ते भारत की एक वीडियो शेयर करके बिहार के सीतामढ़ी के जिज्ञासु सिंह की तारीफ की है.
पीएम मोदी ने ट्विटर पर लिखा, ''बिहार के सीतामढ़ी के जिज्ञासु सिंह जी खेती में जिस प्रकार का अद्भुत कार्य कर रहे हैं, वो हर किसी को नई ऊर्जा से भर देने वाला है. उन्हें बहुत-बहुत बधाई और शुभकामनाएं. मुझे उम्मीद है कि कृषि क्षेत्र से जुड़े लोगों, खासकर हमारे युवाओं को इससे जरूर प्रेरणा मिलेगी.''
बिहार के सीतामढ़ी के जिज्ञासु सिंह जी खेती में जिस प्रकार का अद्भुत कार्य कर रहे हैं, वो हर किसी को नई ऊर्जा से भर देने वाला है। उन्हें बहुत-बहुत बधाई और शुभकामनाएं। मुझे उम्मीद है कि कृषि क्षेत्र से जुड़े लोगों, खासकर हमारे युवाओं को इससे जरूर प्रेरणा मिलेगी। pic.twitter.com/GckmO1zhby
— Narendra Modi (@narendramodi) September 7, 2020
बता दें कि आपके चैनल एबीपी न्यूज़ ने सीतामढ़ी के बखरी गांव के रहने वाले जिज्ञासु सिंह के प्रयासों पर एक स्टोरी दिखाई थी. इसके अलावा आपके चैनल ने देश के प्रधानमंत्री से इस खास कार्यक्रम को देखने की अपील भी की थी. अब पीएम मोदी ने न सिर्फ उस कार्यक्रम को देखा बल्कि उसकी वीडियो क्लिप भी अपने ऑफिशियल ट्विटर हैंडल पर शेयर की.
नौकरी छोड़कर खेती में लगे हैं जिज्ञासु सिंह
दरअसल, सीतामढ़ी के जिज्ञासु सिंह नौकरी छोड़कर सरकारी योजना की मदद से खेती के काम में लगे हुए हैं और खूब मुनाफा भी कमा रहे हैं. जिज्ञासु चार साल पहले 2016 तक रांची के एक बड़े प्राइवेट फर्म में काम करते थे. अब वो अपने गांव में रहकर केले और धान की खेती करते हैं जिसमें उन्होंने आधुनिक मशीन और तकनीक का इस्तेमाल किया है. इसके लिए वो सरकारी योजना का लाभ ले रहे हैं.
जिज्ञासु सिंह ने एबीपी न्यूज़ से बात करते हुए कहा, मैं बाढ़ प्रभावित क्षेत्र से आता हूं इसलिए रिस्क ज्यादा था. मैंने एक आम के बगीचे से शुरुआत की थी इसके बाद धीरे धीरे काम को बढ़ाता गया.