Watch: 'गरीबों की जमीन छीनकर रेलवे में नौकरी का दिया गया झांसा', PM मोदी ने लालू का नाम लिए बिना साधा निशाना?
Corruption in Indian Railway: पीएम मोदी ने कहा कि 2014 से पहले राजनीतिक स्वार्थ को देख कर यह तय किया जाता था कि कौन रेल मंत्री बनेगा और कौन नहीं. उन्होंने कहा कि हमारी सरकार आने पर हालात बदले हैं.
![Watch: 'गरीबों की जमीन छीनकर रेलवे में नौकरी का दिया गया झांसा', PM मोदी ने लालू का नाम लिए बिना साधा निशाना? PM Modi targeted on making railways an arena of politics Claimed the situation changed since 2014 when our government came Watch: 'गरीबों की जमीन छीनकर रेलवे में नौकरी का दिया गया झांसा', PM मोदी ने लालू का नाम लिए बिना साधा निशाना?](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2023/04/12/ca59251c16ba80e4f52983c914d66ec91681289462497649_original.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=1200&height=675)
PM Narendra Modi: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को रेलवे को राजनीति का अखाड़ा बनाने पर तीखा हमला किया. उन्होंने कहा कि आजादी के बाद भारत को एक बड़ा रेलवे नेटवर्क मिला था, लेकिन रेलवे के आधुनिकीकरण पर हमेशा राजनीतिक स्वार्थ हावी रहा. पीएम मोदी राजस्थान की पहली वंदे भारत के शुभारंभ पर बुधवार को बोल रहे थे. इस दौरान उन्होंने आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव (Lalu Prasad Yadav) का नाम लिए बिना रेलवे में जमीन देकर नौकरी का झांसा देने के मामले पर बहुत कुछ कहा.
निजी स्वार्थ में लिए जाते थे फैसले
पीएम मोदी ने कहा कि 2014 से पहले राजनीतिक स्वार्थ को देख कर यह तय किया जाता था कि कौन रेल मंत्री बनेगा और कौन नहीं बनेगा. राजनीतिक स्वार्थ ही तय करता था की कौन सी ट्रेन कौन सी स्टेशन से चलेगी. उन्होंने आरोप लगाया कि राजनीतिक स्वार्थ की वजह से बजट में ऐसी-ऐसी ट्रेनों की घोषणा करवाई, जो कभी चली ही नहीं.
2014 के बाद बदलीं परिस्थितियां
पीएम मोदी ने कहा कि हालत ये थी कि रेलवे की भर्तियों तक में राजनीति होती थी. पीएम ने कहा बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार होता था. हालत ये थी कि गरीब लोगों की जमीन छीनकर उन्हें रेलवे में नौकरी का झांसा दिया गया. उनका यह इशारा सीधे-साधे पूर्व रेल मंत्री लालू यादव पर था. हालांकि, पीएम ने लालू का नाम नहीं लिया. पीएम ने आरोप लगया कि देश में मौजूद हजारों मानव रहित रेलवे क्रॉसिंग को भी उन्हें उनके हाल पर ही छोड़ दिया गया था.
उन्होंने आरोप लगाया कि रेलवे की सुरक्षा, रेलवे की स्वच्छता और रेलवे प्लेटफार्म की स्वच्छता तक सब कुछ नजरअंदाज कर दिया गया. उन्होंने कहा कि हमारे देशी का दुर्भाग्य रहा है कि समान्य मानव के जीवन का इतना बड़ा हिस्सा रेलवे जैसे महत्वपूर्ण व्यवस्था को भी राजनीति का अखाड़ा बना दिया गया था. इसके साथ ही उन्होंने दावा किया कि 2014 में उनकी सरकार बनने के बाद ही इन सभी परिस्थितियों में बदलाव आना शुरू हुआ.
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