नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अगले 10 दिनों में कई परियोजनाओं का शुभारंभ और उद्घाटन करेंगे, जो बिहार के लोगों के लिए बुनियादी ढांचे में सुधार और जीवनयापन को आसान बनाएंगी. ये परियोजनाएं एलपीजी पाइप लाइन, एलपीजी बॉटलिंग प्लांट, नमामि गंगे के तहत सीवेज ट्रीटमेंट प्लान, जलापूर्ति योजना, रिवर फ्रंट डेवलपमेंट प्रोजेक्ट, नई रेलवे लाइन, रेलवे ब्रिज, विभिन्न वर्गों के विद्युतीकरण, राजमार्गों और पुलों के निर्माण जैसे विभिन्न क्षेत्रों से जुड़ी हैं.


पीएम मोदी आने वाले 10 दिनों में कई कार्यक्रमों में बिहार के लोगों के साथ बातचीत भी करेंगे. इन परियोजनाओं की कुल लागत 16,000 करोड़ रुपये से अधिक है. इससे कोरोना संक्रमण के समय में विकास के प्रमुख कार्य करने के लिए सार्वजनिक व्यय का लाभ उठाया जा सकेगा.


पीएम मोदी ने मतस्य के क्षेत्र में बिहार को दिया बड़ा तोहफा


बिहार में विधानसभा चुनाव से ठीक पहले प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने गुरुवार को भी मत्स्य के क्षेत्र में एक बड़ा तोहफा दिया है. पीएम ने आत्मनिर्भर भारत के तहत प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना को डिजिटल रूप से लॉन्च किया. इस योजना के तहत सरकार 2025 तक 20,050 करोड़ रुपए खर्च करेगी. ये केंद्र सरकार की तरफ से मत्स्य क्षेत्र में अब तक का सबसे बड़ा निवेश बताया जा रहा है. इस योजना का लाभ 55 लाख लोगों को मिलने वाला है. इसके साथ ही इससे देशभर में मतस्य पालन को भी बढ़ावा मिलेगा.


पीएम ने देश को एक और कृषि संबंधित योजना का तोहफा देते हुए ई-गोपाला एप की भी शुरुआत की. इसके अलावा पटना, पूर्णिया, सीतामढ़ी, मधेपुरा, किशनगंज और समस्तीपुर में कई अन्य सुविधाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया. मौके पर पीएम मोदी ने कहा कि हमारे गांव आत्मनिर्भर बनें और अगली सदी में ब्लू रिवॉल्यूशन का असर दिखे. प्रधानमंत्री मत्स्य संप्रदा योजना इसी को ध्यान में रखकर बनाई गई है. अगले पांच साल के दौरान इसमें 20 हजार करोड़ से अधिक खर्च किए जाएंगे. इनमें से आज 1700 करोड़ रुपयों का काम शुरू हो गया है.