अररिया: कोरोना काल में हुए बीजेपी विधायक मंचन केशरी के बेटे की ग्रैंड वेडिंग मामले में जिला पुलिस ने गुरुवार को कार्रवाई की है. मीडिया में खबर चलने के बाद पुलिस की नींद खुली और पुलिस ने फारबिसगंज विधायक को बचाते गए विवाह भवन के संचालक और शादी के आयोजक पर अपने ही बयान से प्राथमिकी दर्ज की है. 


लोगों ने कॉल कर दी जानकारी


थानाध्यक्ष ने प्राथमिकी में कहा, " उन्हें बुधवार को मोबाइल पर कई लोगों का फोन आया और बताया गया कि विधायक विद्यासागर केशरी उर्फ मंचन केशरी के बेटे की शादी में कोरोना गाइडलाइन और नाइट कर्फ्यू का उल्लंघन किया गया. इस मामले में क्या कार्रवाई हुई है."


थानाध्यक्ष ने कहा, " शिकायत मिलने के बाद उन्होंने मामले की जांच की. जांच में पता चला कि विधायक के बेटे की शादी सिद्ध सागर भवन, केशरी टोला, फारबिसगंज में हुई है, जिसमें मोतीहारी से लड़की पक्ष के लोग आए थे. शादी में विधायक और लड़की के सगे संबंधी और स्थानीय लोग शामिल हुए थे."


बीजेपी विधायक को बताया बेकसूर


उन्होंने कहा, " बरात और वरमाला के समय अचानक आस-पास के ढाई-तीन सौ लोग पहुंच गए. जबकि विधायक और लड़की पक्ष के लोगों को कोरोना गाइडलाइन और नाइट कर्फ्यू के बारे में जानकारी थी. ऐसे में शादी के आयोजक और समारोह स्थल वाले पर कोरोना गाइडलाइन और नाइट कर्फ्यू का उल्लंघन करने की प्राथमिकी दर्ज की जाती है."


गौरतलब है कि विवाह स्थल से थाने की दूरी काफी कम है. थाना और विवाह स्थल फारबिसगंज शहर में ही है. विवाह के दौरान सैकड़ों लोग जुटे. लेकिन थानाध्यक्ष का सूचना तंत्र इतना कमजोर था कि मीडिया में खबर आने के दो दिन बाद उन्हें इस शाही शादी और भीड़-भाड़ की जानकारी हुई. हालांकि, इस मामले में एसडीओ द्वारा बनाई गई जांच टीम का रिपोर्ट भी अभी तक सामने नहीं आया है. 


लोगों का कहना है शादी समारोह का अगर वीडियो रिकार्डिंग देखा जाए तो कई वर्दी वाले राइफल लिए शादी समारोह स्थल पर सुरक्षा में लगे थे. वहीं, कई अधिकारी और वर्दी वाले एक दिन पूर्व भी हुए डांस और भोज में शामिल हुए थे. 


एसपी ने डीएसपी से मांगी जांच रिपोर्ट


अररिया के एसपी हृदयकांत ने सोशल मीडिया पर शादी का वीडियो वायरल होने के बाद फारबिसगंज डीएसपी को पूरे मामले से अवगत कराने का निर्देश दिया है. उन्होंने डीएसपी को निर्देश दिया है कि कोरोना गाइडलाइन का  जिस तरह उल्लंघन किया गया है, ऐसे में फारबिसगंज थाना द्वारा बरती गई लापरवाही की जांच रिपोर्ट उन्हें जल्द सौंपे.


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