बिहार के बड़े शराब माफिया को पुलिस ने हरियाणा से किया गिरफ्तार, दो सालों से कर रहा था अवैध करोबार
इस पूरे मामले में आईजी मद्य निषेध के निर्देश पर एक विशेष टीम हरियाणा में कई दिनों से कैंप कर रही थी. इसी क्रम में अजीत की गिरफ्तारी हुई है. फिलहाल अजीत को लेकर टीम गुप्त स्थान पर चली गई है और उससे पूछताछ की जा रही है.
पटना: बिहार सरकार प्रशासन के सहयोग से सूबे भर में सख्ती से शराबबंदी कानून लागू करने की कोशिश में जुटी हुई है. हालांकि, कानून को लागू किए जाने के तकरीबन पांच साल बाद भी राज्य में शराब की अवैध तस्करी का धंधा धड़ल्ले से चल रहा है. इसी क्रम में बिहार के सबसे बड़े शराब माफिया में से एक अजीत को पुलिस मुख्यालय की मद्य निषेध विभाग की विशेष टीम ने हरियाणा से गिरफ्तार किया है.
शराब तस्करी से बनाई है अकूत संपत्ति
विभाग की विशेष टीम गुरुवार को अजीत को लेकर पटना पहुंची. अजीत की गिरफ्तारी के बाद इस बात का खुलासा हो पाया कि वो हरियाणा में बैठकर पूरे बिहार में शराब की अवैध डिलीवरी कराता था. इस काम में एक बड़ा गैंग शामिल था. फिलहाल अजीत के अकूत संपत्ति के बारे में पुलिस और आर्थिक विभाग की टीम पता लगा रही है.
मिली जानकारी अनुसार अजीत पिछले 2 सालों से हरियाणा में रहकर एक बड़ा गैंग संचालित कर बिहार के कई जिलों में हर महीने करोड़ों की शराब भेजता था. इस काम से उसने अकूत संपत्ति बनाई है.
हरियाणा में कैम्प कर रही थी पुलिस
बता दें कि इस पूरे मामले में आईजी मद्य निषेध के निर्देश पर एक विशेष टीम हरियाणा में कई दिनों से कैंप कर रही थी. इसी क्रम में अजीत की गिरफ्तारी हुई है. फिलहाल अजीत को लेकर टीम गुप्त स्थान पर चली गई है और उससे पूछताछ की जा रही है. उससे पूछताछ के दौरान शराब माफिया से जुड़े कई अहम खुलासे होने की संभावना है.
शराबबंदी को लेकर लिखी थी चिट्ठी
बता दें कि शराबबंदी को लेकर लगातार प्रशासन पर सवाल उठ रहे थे. हाल ही में एसपी मद्य निषेध ने डीजीपी को चिट्ठी लिख कर पुलिस की मिलीभगत से प्रदेश में शराब माफिया के धंधा चलाने की बात कही थी. हालांकि इस चिट्ठी पर पुलिस विभाग की ओर से कोई कार्यवाई नहीं की गई थी.