पूर्णियाः हत्या और आत्महत्या की गुत्थी सुलझाने के लिए कब्र में दफनाए गए एक युवती के शव को पुलिस ने दो सप्ताह के बाद रविवार को निकाला. उसके बाद उसे पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया. शव के दफनाए जाने के बाद उसे फिर दो सप्ताह के बाद कब्र से निकाले जाने को लेकर तरह-तरह की चर्चा होने लगी है.


जानकारी के अनुसार, पूर्णिया के धमदाहा स्थित धरहरा गांव में बीते 23 मई की अल सुबह एक विवाहिता का शव पेड़ से लटकता हुआ मिला था. पुलिस को इस बात की सूचना दी गई थी, जिसके बाद शव को बिना पोस्टमार्टम कराए ही एक खेत में दफना दिया गया था और मामला रफा दफा हो गया था.


युवती के परिवार वाले लगा रहे थे न्याय की गुहार


इस घटना के बाद से ही युवती के परिवार वाले लगातार हत्या का आरोप लगाकर पुलिस अधीक्षक से इंसाफ की गुहार लगा रहे थे. इस मामले में पुलिस अधीक्षक ने संज्ञान लेते हुए अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी को शव निकालकर पोस्टमार्टम कराने का निर्देश दिया और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए कहा.


मजिस्ट्रेट बहाल कर शव को कब्र से निकाला गया


बताया जाता है कि धमदाहा पुलिस पदाधिकारी और इस घटना की जांच करने के लिए बहाल मजिस्ट्रेट व एसडीएम घटनास्थल पर दलबल के साथ पहुंचे. गांव वालों से पड़ताल की. आदेश के बाद कब्र से शव को निकालने की प्रक्रिया शुरू हुई. इसके बाद युवती के पिता ने दो घंटे मेहनतक कर खुद शव को निकाला. बारिश के कारण शव निकालने में काफी दिक्कत हुई.


सरपंच व बेटे को पुलिस ने हिरासत में लिया


इस घटना में स्थानीय सरपंच और उसके बेटे को पुलिस ने हिरासत में लिया है. अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी रमेश कुमार ने कहा कि प्रथमदृष्टया सरपंच और उसके बेटे की इस मामले में संलिप्तता दिख रही है. दोनों को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है. शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है.


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